मर्जर के बाद देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनेगी

  • 7,269 करोड़ रुपए के भुगतान के बाद मिला क्लीयरेंस
  • वोडाफोन फिलहाल देश की नंबर-2 और आइडिया नंबर-3 कंपनी है
  • ये दोनों मिलकर देश की सबसे बड़ी कंपनी बनाएंगी

नई दिल्ली. वोडाफोन और आइडिया के विलय को सरकार ने गुरुवार को मंजूरी दे दी। इससे पहले 9 जुलाई को सशर्त इजाजत दी गई थी। सरकार की मांग के मुताबिक, दोनों कंपनियों की ओर से पिछले हफ्ते दूरसंचार विभाग को 7,268.78 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। इस राशि में 3,926.34 करोड़ रुपए नकद और 3,342.44 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी शामिल है। वोडाफोन और आइडिया मिलकर देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी बनाएंगी। नई कंपनी की ग्राहक संख्या पहले ही दिन से 42 करोड़ हो जाएगी। कंपनी की वैल्यू 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा होगी। वोडाफोन ग्रुप के सीईओ के मुताबिक, अगस्त तक मर्जर की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। आइडिया और वोडाफोन पर इस वक्त करीब 1.15 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।

आइडिया का शेयर 4% चढ़ा :

डील की मंजूरी मिलने की खबर से गुरुवार को शेयर में तेजी आई। बीएसई पर ये 3.64% बढ़त के साथ 56.95 रुपए पर बंद हुआ। इंट्राडे में 4.64% तक उछाल आया। एनएसई पर 4.18% ऊपर 57.20 रुपए पर क्लोजिंग हुई। इस तेजी से कंपनी का मार्केट कैप 872.68 करोड़ रुपए बढ़कर 24,829.68 करोड़ हो गया।

वोडाफोन-आइडिया सबसे बड़ी कंपनी होगी :

भारती एयरटेल फिलहाल 27.44% मोबाइल सब्सक्राइबर मार्केट शेयर के साथ सबसे बड़ी कंपनी है। मर्जर के बाद वोडाफोन-आइडिया 39.01% (19.74%+19.27%) मार्केट शेयर और करीब 42 करोड़ ग्राहकों के साथ देश की सबसे बड़ी मोबाइल सर्विस ऑपरेटर कंपनी बन जाएगी।
कंपनी मार्केट शेयर ग्राहक संख्या
भारती एयरटेल 27.44% 29.57 करोड़
वोडाफोन 19.74% 21.70 करोड़
आइडिया 19.27% 20.20 करोड़
रिलांयस जियो 17.44% 17.71 करोड़
बीएसएनएल 9.99% 11.23 करोड़
(30 अप्रैल 2018 तक)

मर्जर के बाद क्या होगा शेयरहोल्डिंग पैटर्न ?

वोडाफोन 45.1%
आदित्य बिड़ला ग्रुप 26%
आइडिया के शेयरधारक 28.9%
आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास वोडाफोन से 9.5% शेयर और हासिल करने का अधिकार होगा। ताकि, बराबर हिस्सेदारी हो सके। चार साल में दोनों कंपनियों को शेयरहोल्डिंग बराबर करनी होगी।

नई कंपनी का प्रस्तावित मैनेजमेंट

नाम मौजूदा पद नई कंपनी में प्रस्तावित पद
कुमार मंगलम बिड़ला
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन
बालेश शर्मा वोडाफोन इंडिया के सीओओ सीईओ
अक्षय मूंदरा आइडिया के सीएफओ सीएफओ
अंबरीश जैन आइडिया के डिप्टी एमडी सीओओ

रिलायंस जियो ने मर्जर के लिए मजबूर किया:

रिलायंस जियो के बेहद सस्ते टैरिफ और डेटा से टेलीकॉम सेक्टर में प्राइस वॉर छिड़ा हुआ है। जियो के आने के बाद कई कंपनियों का कारोबार घटा है। मर्जर के बाद वोडाफोन-आइडिया ग्राहक संख्या के मामले में सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी, जो रिलायंस जियो को कड़ी टक्कर दे सकती है। जियो की ग्राहक संख्या तेजी से बढ़ रही है। मार्च से अप्रैल के दौरान रिलायंस जियो ने सबसे ज्यादा 96.31 लाख ग्राहक जोड़े।

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