24 घंटे के भीतर मांगी जांच रिपोर्ट
रांची। रामगढ़ में राजेंद्र बिरहोर की तथाकथित भूख से हुई मौत मामले को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए विभागीय मंत्री सरयू राय ने खाद्य सचिव को अविलंब जांच करा कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है।
सरयू राय ने कहा कि ऐसी कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि साफ आदेश है कि प्रिमिटिव ट्राइब ग्रुप (पीटीजी) के लोगों को घर तक राशन पहुंचाना संबंधित पदाधिकारी की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्राथमिक जानकारी के आधार पर आश्चर्य व्यक्त किया कि बिरहोर जनजाति के इस परिवार का राशन कार्ड तक नहीं बनाया गया था।
मंत्री सरयू राय ने कहा कि यह जांच का विषय है कि राजेंद्र बिरहोर की मौत भूख से हुई है या बीमारी से, लेकिन सवाल सबसे बड़ा यह है कि उस परिवार को अनाज क्यों नहीं मिल रहा था। सवाल यह भी है कि अगर पीड़ित परिवार ने भूख से मौत का अंदेशा जताया तो फिर शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया? सरयू राय ने कहा कि जहां तक राजेंद्र बिरहोर के इलाज में कोताही का मसला है, तो अगर जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आयेगी तो स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लापरवाह चिकित्सक या पदाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी।
रिपोर्ट मिलने के बाद होगी कार्रवाई
खाद्य सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि विभागीय मंत्री के निर्देश की बाबत रामगढ़ की डीसी को इस मसले पर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद लापरवाह पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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