रांची। सावन की पहली सोमवारी पर देवघर स्थित बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक करने के लिए रविवार को आधी रात से ही कांवरियों की कतार मंदिर में लगने लगी। पहली सोमवारी को लेकर महिलाएं भी बड़ी संख्या में बाबा का जलाभिषेक करने पहुंचीं। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की कि श्रद्धालुओं को जलार्पण में कोई कष्ट ना हो। ऐसी मान्यता है कि श्रावण मास में सोमवारी के दिन पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक करने से सभी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन शिव आराधना के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है। जिला प्रशासन के अनुसार तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबानगरी देवघर में जलार्पण किया। सुरक्षा के मद्देनजर डीसी-एसपी खुद कमान संभालते नजर आये।

आइजी सुमन गुप्ता मॉनिटरिंग करती नजर आयीं।

पहाड़ी मंदिर में पूजा अर्जना करती शिक्षा मंत्री नीरा यादव

इधर, राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के शिवालयों में पहली सोमवारी को हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। शहर के अन्य इलाकों में स्थित शिव मंदिरों में सोमवारी की खूब धूम रही। महिलाएं, पुरुष, बच्चों और बुजुर्गों ने शिवलिंग पर जल अर्पण किया। कई स्थानों पर धार्मिक अनुष्ठान एवं महारुद्राभिषेक हुआ। राजधानी रांची में भी बम-बम की गूंज सुनायी पड़ी। रविवार की आधी रात से लेकर सोमवार की भोर तक नामकुम की स्वणरेखा नदी से लेकर पहाड़ी बाबा तक यही नजारा था। सुबह तीन बजे से ही कांवरियों का विशाल जत्था पहाड़ी मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंच गया था। सीढ़ियों और नीचे तक कांवरियों की लंबी कतार लग गयी थी। मंदिर के गर्भगृह तक जानेवाले मार्ग पर भक्तों की भीड़ हाथ में जल लेकर चढ़ाने को आतुर थी। मंदिर में आरती के बाद पट खुलते ही भक्तों का रेला टूटा पड़ा।

रांची के पहाड़ी मंदिर के नीचे मेला जैसा नजारा

पहाड़ी मंदिर के नीचे मेला जैसा दृश्य दिखा। बाहर से संपेरे भी आये हुए थे। वे सांप से आशीर्वाद दिला रहे थे। बच्चों के लिए खिलौने, तो सावन में हरी-हरी कांच की चूड़ियां महिलाओं को आकर्षित कर रही थीं। सोमवारी पर उमड़ने वाली अत्यधिक भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किये थे। पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए थे।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version