लंदन : वनडे करियर में 236 मैच, 11286 रन, 59.40 औसत, 41 सैकड़ा और 54 हाफ सेंचुरी। क्रिकेट के एक आम जानकार के लिए भी इतने सारे स्टैट्स यह गेस करने के लिए पर्याप्त हैं कि किस खिलाड़ी का जिक्र हो रहा है। जी हां, यह टीम इंडिया के कप्तान और इस दौर के दुनिया के नंबर वन बैट्समैन विराट कोहली के आंकड़े हैं। विराट ने हर तरह के अटैक और हर तरह की पिच व माहौल में रन बनाए हैं और अपना लोहा मनवाया है। उनका विकेट किसी भी बोलर के लिए ‘प्राइज विकेट’ होता है।
समझा जाता है कि अगर उन्हें जल्दी आउट नहीं किया गया तो वह टिककर खेलेंगे और फिर सेंचुरी बनाकर या टीम की जीत की गारंटी दिलाकर ही मैदान से लौटेंगे। ऐसे खिलाड़ी के लिए अगर यह कहा जाए कि बड़े मंच पर और नॉकआट मैचों में उसका विकेट निकालना बाएं हाथ का खेल है तो एकबारगी भरोसा नहीं होगा। मगर, आंकड़े गवाही देते हैं कि विराट के लिए मेजर टूर्नमेंट्स के नॉकआउट मैचों में अपना स्वाभाविक खेल दिखाना मुश्किल होता है। अपने करियर के तमाम बड़े नॉकआउट मैचों में वह एक हाफ सेंचुरी भी नहीं बना सके हैं।
ऐसा रहा कोहली क प्रदर्शन
टूर्नमेंट विपक्षी स्कोर
2011 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल ऑस्ट्रेलिया 24
2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल पाकिस्तान 09
2011 वर्ल्ड कप फाइनल श्रीलंका 35
2015 वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल बांग्लादेश 03
2015 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया 01
2017 चैंपियंस ट्रोफी फाइनल पाकिस्तान 05
2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल न्यू जीलैंड 01