रांची। नक्सली संगठनों में नये बदलाव दिख रहे हैं। कई नक्सलियों का संगठन से मोहभंग होने लगा है। शायद यही कारण है कि एक साथ 12 नक्सलियों ने संगठन छोड़ दिया है। इनमें सात इनामी नक्सली शामिल हैं। इन सभी ने अलग-अलग समय में धीरे-धीरे इसी साल संगठन छोड़ा है। इन 12 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। संगठन छोड़कर सरेंडर करने वाले नक्सलियों में चार पांच लाख के इनामी हैं, जबकि दो नक्सलियों पर दो लाख का इनाम और एक नक्सली पर एक लाख का इनाम था।

आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने किया सरेंडर
सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए कई साल से प्रयास कर रही है। राज्य से नक्सलवाद को मिटाने के लिए झारखंड सरकार ने सरेंडर पॉलिसी बनायी थी। सरकार की आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। जिन लोगों ने सरेंडर नहीं किया, उनमें से बहुत से नक्सलियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया और कई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

इन 12 नक्सलियों ने इसी साल किया सरेंडर
20 जनवरी : दो इनामी भाकपा माओवादियों ने सिमडेगा में सरेंडर किया था। इनमें पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर विनोद पंडित ऊर्फ विनोद दास और दो लाख का इनामी एरिया कमांडर गणेश लोहरा शामिल थे।
23 जनवरी: लातेहार जिले में आतंक का पर्याय बने टीपीसी के सब जोनल कमांडर वासुदेव गंझू ने रांची पुलिस के समक्ष अपने हथियार डाल दिये थे। वासुदेव पर 5 लाख का इनाम था।
24 जनवरी: दुमका में भाकपा माओवादी संगठन के तीन हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक लाख का इनामी छोटा श्यामलाल, पांच लाख का इनामी रिमिल दा और राजेंद्र देहरी शामिल थे।
16 अप्रैल: उग्रवाद प्रभावित जिला लोहरदगा में भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर रामजीत नगेशिया उर्फ रामू ने सरेंडर कर दिया था।
चार जून: भाकपा माओवादी संगठन के दो लाख के इनामी एरिया कमांडर राकेश मुंडा उर्फ सुखराम मुंडा और संगठन में दस्ता की सदस्य चांदनी उर्फ बुधनी सरदार ने सरायकेला खरसावां पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था।
नौ जुलाई: पुलिस के दबाव में आये पीएलएफआइ उग्रवादी मुकेश बड़ाइक ने गुमला कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया था।
13 जुलाई: जमशेदपुर में नक्सली गतिविधियों में सक्रिय रहे डुमरिया एरिया कमांडर सोबन मार्डी और उसकी पत्नी उर्मिला मेलगांडी ने जमशेदपुर न्यायिक दंडाधिकारी प्रज्ञा वाजपेयी की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।

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