दिल्ली में 5 और 15 अगस्त को बड़े आतंकवादी हमले का अलर्ट जारी किया गया है। 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए हुए एक साल पूरा होने वाला है। वहीं इसी दिन राम मंदिर के लिए भूमि पूजन होने जा रहा है जिसमें प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित होंगे। ऐसे में आतंकवादी संगठन दिल्ली में किसी बड़े हमले को अंजाम देने की साजिश रची रहे हैं।
वहीं ये भी बताया जा रहा है कि हिंदूवादी नेता आतंकवादियों के निशाने पर हो सकते हैं। ह्यूमन इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार अंदेशा लगाया गया है कि स्लीपर मॉड्यूल के जरिए आंतकवादी किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में है। दिल्ली, मुंबई यूपी, पंजाब और कश्मीर को निशाना बनाने की फिराक में हैं आतंकवदी।
खुफिया एंजेंसी से पुलिस को जानकारी मिली है कि लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के टॉप कमांडर को आतंकी हमले का आदेश आईएसआई से मिला है। आतंकी पुलिस या आर्मी के जवानों के भेस में आकर अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की फिराक में हैं। बीजेपी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और सभी हिंदूवादी नेताओं को 5 अगस्त को निशाना बनाने की साजिश रची जा रही है।
हमले का इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद से सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर है। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ने वाले यूपी और हरियाणा के क्षेत्रों की सुरक्षा को देखते हुए दोनो राज्यों की पुलिस आपस में कॉर्डिनेशन कर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर रही है। ड्रोन के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
सभी डीसीपी को अपने क्षेत्रों में गश्त तेज करने और घर-घर जाकर सत्यापन करने के लिए कहा गया है। उन्होंने आतंकवाद निरोधी उपायों को मजबूत करने के लिए पुलिस की तैनाती बढ़ाने, संवेदनशील जगहों पर गहन और संबंधित जांच किराएदार व नौकरों के सत्यापन, साइबर कैफे मालिकों, सुरक्षा गार्ड, पुरानी कारों के डीलरों और मोबाइल डीलरों समेत कई लोगों की निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया।