पश्चिम बंगाल माध्यमिक परीक्षा का रिजल्ट बुधवार को घोषित कर दिया गया है। इसमें से 84 छात्र टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहे हैं। इसमें छात्राएं भी हैं।
आश्चर्यजनक बात यह है कि टॉप टेन में कोलकाता का एक भी छात्र नहीं है। पूर्व में ऐसा कभी भी नहीं हुआ है कि बोर्ड परीक्षा में टॉप 10 छात्र-छात्राओं में कोलकाता से एक भी ना हो। इस बार भी जिले ने कोलकाता को बहुत पीछे छोड़ दिया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष कल्याण में गांगुली ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस बात का सुझाव दिया कि शिक्षा विभाग को यह शोध करना चाहिए कि आखिर टॉप टेन में कोलकाता का कोई छात्र शामिल क्यों नहीं हुआ। उन्होंने यह भी दावा किया कि राजधानी कोलकाता में रहने वाले बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो अपने बच्चों को जिलों में पढ़ने के लिए भेज रहे हैं। रामकृष्ण मिशन अथवा दूसरे बोर्डिंग स्कूल में भी छात्रों की संख्या बढ़ी है, जिनका घर कोलकाता में है। उन्होंने यह भी कहा कि कोलकाता में रहने वाले अधिकतर लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाना पसंद कर रहे हैं।