सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के मदनघाट सीमा चौकी इलाके में भारतीय जल क्षेत्र में घुस आए चार बांग्लादेशी मछुआरों को सदभावना पूर्ण कदम के तहत बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया है।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा जारी बयान के मुताबिक चार बांग्लादेशी मछुआरे अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा का उल्लंघन कर गंगा नदी के भारतीय जल क्षेत्र में 600 मीटर अंदर तक घुस आए थे और मछली पकड़ रहे थे। वहीं, स्पीड बोट से पानी में गश्त कर रहे बीएसएफ के 35वीं बटालियन के जवानों ने चारों मछुआरों को रोकने की कोशिश की तो वे भागने लगे। हालांकि पीछा करके भारतीय जल क्षेत्र के अंदर मछुआरों को उनकी मोटर चालित नौका तथा मछली पकड़ने के सामानों के साथ पकड़ लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद बीएसएफ और पड़ोसी देश की सीमा पर तैनात बीजीबी के कंपनी कमांडरों के बीच फ्लैग मीटिंग के बाद सदभावना पूर्ण कदम के तहत बीएसएफ ने चारों मछुआरों को उनके सामानों के साथ बीजीबी के सोनाई कुंडी सीमा चौकी के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश के राजशाही जिले के रहने वाले इन चारों मछुआरों का पहले कभी सीमा पार करने का इतिहास नहीं रहा है। अन्य किसी अवांछनीय गतिविधियों में वे लिप्त नहीं पाए गए तथा दोनों देशों और सीमा सुरक्षा बलों के अच्छे रिश्ते होने के कारण पकड़े गए मछुआरों को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को वापस देने का फैसला लिया गया।
इन चारों मछुआरों के नाम रकीब अली (52), मोहम्मद राजू अहमद (32), दिलावर हुसैन (29) व रकीब इस्लाम (25) हैं। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे। इधर, मछुआरों को लौटाए जाने के साथ कंपनी कमांडर मदनघाट ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को एक विरोध पत्र भी सौंपा है जिसके माध्यम से उनसे कहा गया है कि सीमा रेखा की पवित्रता को कायम रखने के लिए उनके देश के नागरिकों को इसका उल्लंघन ना करने दें।
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