कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता राज्य में शीर्ष पर है। लेकिन अब राज्य स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यहां तेजी से विभिन्न क्षेत्रों में फैलते जा रहे संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 10 जून को राजधानी कोलकाता में कंटेनमेंट जोन की संख्या 1129 थी जो महज 10 दिनों में बढ़कर लगभग 600 अधिक 1662 पर पहुंच गई थी। कायदे से और 10 दिनों बाद इसे बढ़ना चाहिए, लेकिन अब इसमें स्थिरता लाई गई है। जुलाई महीने की शुरुआत में कोलकाता में कंटेनमेंट जोन की संख्या महज 1796 है जो स्थिरता का सूचक है। कोलकाता के अलावा हावड़ा में 146, दक्षिण 24 परगना में 120, उत्तर 24 परगना में 219, पश्चिम मेदिनीपुर में 209, हुगली में 71, पूर्व बर्दवान में 130, पूर्व मेदिनीपुर में पांच, मालदा में 20, जलपाईगुड़ी में पांच, दार्जिलिंग में दो, उत्तर दिनाजपुर में 48, मुर्शिदाबाद में चार, बांकुड़ा में 130, बीरभूम में 9, कूचबिहार में 35 और दक्षिण दिनाजपुर में एक कंटेनमेंट जोन है। पूरे राज्य में फिलहाल कंटेनमेंट जोन की संख्या 3532 है। जिन क्षेत्रों कोरोना में तेजी से फैलता है वहां कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ती जाती है। राजधानी कोलकाता में यह संख्या तेजी से बढ़ रही थी जिसकी वजह से राज्य स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं भी बढ़ रही थीं लेकिन अब जिस तरह से स्थिरता आई है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि धीरे-धीरे यह संख्या घटने भी लगेगी।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना का संक्रमण बढ़ने का सिलसिला जारी है। हालांकि स्वस्थ होने वालों की दर 65 फ़ीसदी से ज्यादा है जिसकी वजह से स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जल्द ही बंगाल को कोरोना मुक्त होने का दावा किया है।