चित्तूर। पूरे देश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चल रहा है और इसमें जिले के केवी पल्ली मंडल के महाराजुपल्ले गांव की दो बेटियों ने मिसाल कर दी है। उन्होंने अपने पिता की मदद के लिए बैल बन कर खेत की जुताई कर दी। उनकी कहानी दुनिया भर में फैली, तो अभिनेता सोनू सूद ने उनकी मदद का वादा किया है।
यह कहानी 50 वर्षीय वीराथल्लू नागेश्वर राव (50) की है। करीब 17 साल पहले वह गांव छोड़ कर मदनपल्ले चला गया था, जहां वह चाय की दुकान से अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। लॉकडाउन के कारण दुकान बंद हो गयी, तो परिवार के सामने भूखों मरने की नौबत आ गयी। तब नागेश्वर राव परिवार को लेकर गांव लौट आया। उसके पास कुछ खेत हैं, जिसमें उसने खेती करने का फैसला किया। उसके खेत बंजर पड़े थे, जिन्हें खेती लायक बनाने के लिए उसकी जुताई जरूरी थी। नागेश्वर के पास इतना पैसा नहीं था कि वह ट्रैक्टर से खेत की जुताई कराता। तब उसने खेती छोड़ने का फैसला किया। तब उसकी दो बेटियों, वी वेनेल्ला (17) और चंदाना (15) सामने आयीं। बड़ी बहन इंटर तक पढ़ी है, जबकि छोटी ने अभी मैट्रिक पास किया है। इन दोनों बहनों ने अपने पिता को खूब समझाया और खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया। चूंकि इस बार बारिश अच्छी हुई, तो दोनों बहनों ने अपने पिता से कहा कि वे बैल बन कर खेत की जुताई करेंगी, ताकि वहां मूंगफली की खेती हो सके। शुरुआत में नागेश्वर ने इससे इनकार कर दिया, लेकिन बाद में वह मान गया। अंतत: उसकी दोनों बेटियां बैल की जगह खुद जुत गयीं और पूरे खेत की जुताई कर डाली। दोनों बहनों ने कहा कि उन्हें अपने पिता की मदद कर बेहद खुशी महसूस हुई।
सोनू सूद मदद के लिए आगे आये
नागेश्वर और उसकी बेटियों की कहानी सामने आने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने परिवार से संपर्क किया है। अभिनेता ने परिवार की मदद करने का आश्वासन दिया है।