रांची। अपनी बहू द्वारा लगाये गये आरोपों से घिरे पूर्व डीजीपी डीके पांडेय की मुश्किलें बढ़नेवाली हैं। अब यह तथ्य सामने आया है कि उन्होंने अपने बेटे के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और अपने ही महकमे से झूठ बोला। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी बहू के खिलाफ दायर तलाक के मामले को भी प्रभावित किया। पूर्व डीजीपी के पुत्र शुभांकर पांडेय ने अपनी पत्नी रेखा मिश्रा पर चरित्रहीनता और विवाहेतर संबंध का आरोप लगाते हुए कुटुंब न्यायालय में तलाक की अर्जी दाखिल की थी। इस अर्जी में उन्होंने पांच टेलीफोन नंबर का जिक्र किया था और कहा था कि इन नंबरों की जांच करने पर रेखा मिश्रा की चरित्रहीनता साबित हो जायेगी। कुटुंब न्यायालय ने अर्जी पर एकतरफा सुनवाई की, क्योंकि रेखा मिश्रा कभी अदालत में हाजिर नहीं हुईं। अब जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार अदालत का सम्मन उन तक कभी पहुंचा ही नहीं। इसलिए उन्हें तलाक की अर्जी दाखिल होने की जानकारी भी नहीं मिली। तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद शुभांकर पांडेय ने सबूत जुटाने के लिए अपने पिता की मदद ली, जो उस समय डीजीपी थे। डीके पांडेय ने अपने बेटे के कहने पर जमशेदपुर पुलिस को उन पांच नंबरों का सीडीआर निकालने को कहा। अपने मौखिक आदेश में उन्होंने जमशेदपुर पुलिस से यह झूठ बोला कि उनके बेटे की जान को खतरा है। इसलिए इन नंबरों की सीडीआर जरूरी है। जमशेदपुर के एसएसपी ने अपने मुखिया का मौखिक आदेश मान कर सीडीआर निकलवायी और उसे सरकारी दस्तावेज के रूप में पुलिस मुख्यालय को भेज दिया। पूर्व डीजीपी के बेटे ने वही सीडीआर कुटुंब न्यायालय में बतौर सबूत पेश कर दी, जिसके आधार पर उन्हें रेखा मिश्रा से तलाक मिल गया। अदालत के फैसले में इस सीडीआर का जिक्र है और कहा गया है कि रेखा मिश्रा के फोन से इन नंबरों पर छह सौ बार से अधिक बातचीत हुई है। शुभांकर पांडेय को यह सीडीआर कहां से और कैसे मिली, यह भी जांच का विषय बन गया है।
क्या है सीडीआर निकालने का नियम
किसी भी फोन का सीडीआर निकालने का स्थापित नियम यही है कि शिकायत मिलते ही पुलिस पहले एफआइआर दर्ज करती है। फिर मामले के अनुसंधान के क्रम में यदि सीडीआर निकालने की जरूरत होती है, तो इसकी मुख्यालय से अनुमति ली जाती है। उसके बाद ही सीडीआर निकाली जाती है। लेकिन डीके पांडेय ने अपने पुत्र मोह में इन प्रावधानों की अनदेखी कर सीडीआर निकलवा ली। उस समय जमशेदपुर के एसएसपी अनुप बिरथरे ने भी अपने बॉस का आदेश मानने के लिए तमाम नियमों को ताक पर रख दिया।
अब जमशेदपुर पुलिस से भी होगी पूछताछ
रेखा मिश्रा द्वारा दायर प्राथमिकी की जांच कर रही रांची महिला थाना की पुलिस अब यह भी जांच करेगी कि सीडीआर कैसे और किन परिस्थितियों में निकाली गयी। यह भी जांच की जायेगी कि यदि शुभाकंर पांडेय की जान को खतरा था और उन्हें धमकी दी जा रही थी, तो इससे संबंधित मामला वहां दर्ज किया गया था या नहीं। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय से सीडीआर लीक कैसे हुई और वह शुभांकर पांडेय के पास कैसे पहुंची, इसकी भी जांच होगी। जानकारी के अनुसार इस बारे में जमशेदपुर पुलिस के अधिकारियों से भी पूछताछ की जायेगी।
पूर्व डीजीपी डीके पांडेय ने अपने ही महकमे से झूठ बोला
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