Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 16
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»पूर्व डीजीपी डीके पांडेय ने अपने ही महकमे से झूठ बोला
    Jharkhand Top News

    पूर्व डीजीपी डीके पांडेय ने अपने ही महकमे से झूठ बोला

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJuly 1, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। अपनी बहू द्वारा लगाये गये आरोपों से घिरे पूर्व डीजीपी डीके पांडेय की मुश्किलें बढ़नेवाली हैं। अब यह तथ्य सामने आया है कि उन्होंने अपने बेटे के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और अपने ही महकमे से झूठ बोला। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी बहू के खिलाफ दायर तलाक के मामले को भी प्रभावित किया। पूर्व डीजीपी के पुत्र शुभांकर पांडेय ने अपनी पत्नी रेखा मिश्रा पर चरित्रहीनता और विवाहेतर संबंध का आरोप लगाते हुए कुटुंब न्यायालय में तलाक की अर्जी दाखिल की थी। इस अर्जी में उन्होंने पांच टेलीफोन नंबर का जिक्र किया था और कहा था कि इन नंबरों की जांच करने पर रेखा मिश्रा की चरित्रहीनता साबित हो जायेगी। कुटुंब न्यायालय ने अर्जी पर एकतरफा सुनवाई की, क्योंकि रेखा मिश्रा कभी अदालत में हाजिर नहीं हुईं। अब जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार अदालत का सम्मन उन तक कभी पहुंचा ही नहीं। इसलिए उन्हें तलाक की अर्जी दाखिल होने की जानकारी भी नहीं मिली। तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद शुभांकर पांडेय ने सबूत जुटाने के लिए अपने पिता की मदद ली, जो उस समय डीजीपी थे। डीके पांडेय ने अपने बेटे के कहने पर जमशेदपुर पुलिस को उन पांच नंबरों का सीडीआर निकालने को कहा। अपने मौखिक आदेश में उन्होंने जमशेदपुर पुलिस से यह झूठ बोला कि उनके बेटे की जान को खतरा है। इसलिए इन नंबरों की सीडीआर जरूरी है। जमशेदपुर के एसएसपी ने अपने मुखिया का मौखिक आदेश मान कर सीडीआर निकलवायी और उसे सरकारी दस्तावेज के रूप में पुलिस मुख्यालय को भेज दिया। पूर्व डीजीपी के बेटे ने वही सीडीआर कुटुंब न्यायालय में बतौर सबूत पेश कर दी, जिसके आधार पर उन्हें रेखा मिश्रा से तलाक मिल गया। अदालत के फैसले में इस सीडीआर का जिक्र है और कहा गया है कि रेखा मिश्रा के फोन से इन नंबरों पर छह सौ बार से अधिक बातचीत हुई है। शुभांकर पांडेय को यह सीडीआर कहां से और कैसे मिली, यह भी जांच का विषय बन गया है।
    क्या है सीडीआर निकालने का नियम
    किसी भी फोन का सीडीआर निकालने का स्थापित नियम यही है कि शिकायत मिलते ही पुलिस पहले एफआइआर दर्ज करती है। फिर मामले के अनुसंधान के क्रम में यदि सीडीआर निकालने की जरूरत होती है, तो इसकी मुख्यालय से अनुमति ली जाती है। उसके बाद ही सीडीआर निकाली जाती है। लेकिन डीके पांडेय ने अपने पुत्र मोह में इन प्रावधानों की अनदेखी कर सीडीआर निकलवा ली। उस समय जमशेदपुर के एसएसपी अनुप बिरथरे ने भी अपने बॉस का आदेश मानने के लिए तमाम नियमों को ताक पर रख दिया।
    अब जमशेदपुर पुलिस से भी होगी पूछताछ
    रेखा मिश्रा द्वारा दायर प्राथमिकी की जांच कर रही रांची महिला थाना की पुलिस अब यह भी जांच करेगी कि सीडीआर कैसे और किन परिस्थितियों में निकाली गयी। यह भी जांच की जायेगी कि यदि शुभाकंर पांडेय की जान को खतरा था और उन्हें धमकी दी जा रही थी, तो इससे संबंधित मामला वहां दर्ज किया गया था या नहीं। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय से सीडीआर लीक कैसे हुई और वह शुभांकर पांडेय के पास कैसे पहुंची, इसकी भी जांच होगी। जानकारी के अनुसार इस बारे में जमशेदपुर पुलिस के अधिकारियों से भी पूछताछ की जायेगी।

    Former DGP DK Pandey lied to his own department
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleसेवा विस्तार नहीं, ठोकर खाने को मजबूर हैं इ-मैनेजर्स : बाबूलाल
    Next Article बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव और चमरा लिंडा से पूछताछ
    azad sipahi desk

      Related Posts

      पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन

      June 15, 2025

      भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री

      June 15, 2025

      पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी

      June 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version