यूपी एसटीएफ के हाथों  एनकाउंटर में मारे गए बिकरु कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के खिलाफ बोलने की किसी की भी हिम्मत नहीं थी। लेकिन गांव के राहुल तिवारी ने उसके खिलाफ 30 जून को मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद से वह लापता हैं। यह भी पता चला है कि मुकदमा दर्ज होने की जानकारी पर​ विकास ने उसको अपने गांव बुलाया था और निलंबित किए गए थाना प्रभारी चौबेपुर विनय तिवारी के सामने ही जमकर उसकी पिटाई की थी।

दो जुलाई को हुई थी आखिरी बार बात
विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराने वाला राहुल तिवारी ​फिलहाल लापता है। कानपुर के जादेपुर गांव में रहने वाली राहुल की मां सुमन का यह कहना है कि राहुल से आखिरी बार दो जुलाई को बात हुई थी। उसके बाद से ही बेटे का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। यह भी खबर उड़ी है कि विकास दुबे की पिटाई के बाद दी गयी धमकी से राहुल अपनी पत्नी, बच्चों और साली को लेकर कहीं चला  गया है। हालांकि यह पुलिस की जांच का विषय है।

राहुल के खिलाफ दर्ज होगी ​एफआईआर

बिकरु कांड के बाद से पुलिस राहुल को तलाश कर रही हैं। 12 जुलाई को राहुल के घर पहुंची पुलिस ने परिवार से कहा कि राहुल को उनके सामने लेकर आये, अगर उसे पेश नहीं किया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जायेगी। घरवालों ने पुलिस को बताया है कि राहुल अपने परिवार के साथ लापता है।

प्रमुख गवाह राहुल, तलाश में टीम
विकास दुबे के ​खिलाफ जंग का ऐलान करने वाले राहुल को पुलिस शिकायतकर्ता के अलावा विकास दुबे से जुड़ी घटनाओं का प्रमुख गवाह मान रही है। इस संबंध में कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि राहुल की जान को भी खतरा है। इसी के चलते पुलिस उपाधीक्षक सुकर्म प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम को उसकी तलाश में लगाया है।

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