केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शनिवार को इस अवसर पर अपने ट्वीट संदेश में शाह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक राष्ट्रभक्त संत, महान विचारक और असाधारण वक्ता थे, जिन्होंने न सिर्फ भारत में राष्ट्रवाद की भावना को बल दिया बल्कि संपूर्ण विश्व को भारतीय संस्कृति के गुणों से पल्लवित किया। उनकी शिक्षा, सार्वभौमिक भाइचारे और आत्म-जागृति के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।’
अमित शाह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद को युवाओं की क्षमता और परिवर्तनकारी शक्ति पर बहुत विश्वास था। उनका मानना था कि युवा वर्ग ही आने वाले समय में राष्ट्र के विकास को सही दिशा और शक्ति देगा। उनके आदर्श आज भी युवाओं को राष्ट्रसेवा के प्रति प्रेरित करते हैं। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
उल्लेखनीय है कि चार जुलाई को स्वामी विवेकानंद की 118वीं पुण्यतिथि है। अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का डंका बजाया था। स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में शिकागो में सबसे पहले पूरी दुनिया को भारत के धर्म और आध्यात्म के सार से परिचित कराया था। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 में हुआ था और महज 39 वर्ष की आयु में ही उनकी मृत्यु हो गई।
Share.

Comments are closed.

Exit mobile version