अजय शर्मा
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि वह डर कर रुकनेवाले नहीं हैं। वह अपना काम करते रहेंगे। शुक्रवार को मंत्रालय के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की, जब उनसे इ-मेल से मिली धमकी के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा कि इसमें असल बात क्या है, यह तो नहीं पता। मुझे यह जानकारी दी गयी है कि कुछ लोग हमारी जान के पीछे पड़े हुए हैं। सीएम ने कहा, मेरा मानना है कि इसमें कुछ वैसी बात नहीं है। मैं मानता हूं कि ऐसी सोच रखने वाले भी हैं इस धरती पर। लेकिन हम अपना काम करते रहेंगे। शायद हमारे कामों से जिनको तकलीफ है, उनकी यह सोच हो सकती है। लेकिन हम लोग अपने कदमों को नहीं रोकेंगे। ये कदम निरंतर चलते रहेंगे, बिना रुके, बिना डरे।
क्या मिला अब तक की जांच में
इधर मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी मामले की जांच के लिए साइबर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन हुआ है। अब तक की जांच में यह पता चला है कि दो अलग-अलग देशों के होस्ट सर्वर का इस्तेमाल किया गया। इनमें एक जर्मनी और दूसरा स्विटजरलैंड का है। टीम उन्हें ढूंढ़ निकालने के लिए सक्रिय है। सीआइडी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मेल भेजने के लिए किस कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल किया गया है। इसके लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद भी ली जा रही है। आइपी एड्रेस के जरिये मेल भेजनेवालों तक पहुंचने के रास्ते तलाशे जा रहे हैं। बता दें कि इस खबर को आजाद सिपाही ने 17 जुलाई के अंक में बे्रक किया है। उसके बाद पूरे देश की मीडिया की नजर इस खबर पर गयी है।
डीजीपी ने कहा, जांच जारी
इधर झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने इस संबंध में पूछे गये सवालों के जवाब में कहा कि मामला वीवीआइपी से जुड़ा है। इसलिए पुलिस पूरी गंभीरता से मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान के बिंदुओं का खुलासा नहीं किया जा सकता। उन्होंने सीएम को धमकी भरे मेल मिलने की पुष्टि की।