राजधानी दिल्ली के द्वारका कोर्ट में अपहरण, मानव तस्करी व वेश्यावृत्ति की आरोपित गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को दोषी करार दिए जाने के बाद आरोपित ने देर शाम जेल में जहरीला पदार्थ खा लिया। मामले की सूचना मिलने पर जेल प्रशासन ने सोनू पंजाबन को तुरंत दीनदयाल उपध्याय (डीडीयू) अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं इस घटना के बाद एक फिर जेल प्रशासन सवालों के घेरे में फंस गया है कि जेल में कड़ी सुरक्षा व निगरानी के बाद महिला कैदी ने कैसे जहरीला पदार्थ खा लिया ? फिलहाल जेल प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रही है।
क्या हुआ जेल में
तिहाड जेल के प्रवक्ता राजकुमार के अनुसार, सोनू पंजाबन तिहाड़ के जेल नम्बर-6 में बंद है। प्रवक्ता के अनुसार, बीती देर शाम सोनू पंजाबन ने तिहाड़ जेल में कोई जहरीला मेडिसिन खाया जिस से उसकी हालत खराब हुई और उसे दिन दयाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहांं उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
कुछ दिन पहले सोनू पंजाबन को दोषी करार दिया
कुछ दिन पहले सोनू पंजाबन को किसी केस में पहली बार दोषी करार दिया गया है। हालांकि सजा का ऐलान अभी होना बाकी है। एडिशनल सेशंस जज प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाबन और उसकी सहयोगी संदीप को एक नाबालिग लड़की के अपहरण रेप और वेश्यावृत्ति के मामले में दोषी करार दिया है।
मामला सितंबर 2009 का है। पुलिस के अनुसार पीड़िता संदीप के प्रेम के जाल में पड़ गई। संदीप पीड़िता को लक्ष्मी नगर के एक मकान में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने इसकी शिकायत 9 फरवरी 2014 को नजफगढ़ थाने की पुलिस से की थी। पुलिस ने उसका काउंसलिंग करने के बाद बयान दर्ज किया था तब उसने अपनी आपबीती सुनाई थी। पीड़िता ने बताया कि उसे हरियाणा और पंजाब भी भेजा गया था। वहीं सोनू पंजाबन पर दिल्ली एनसीआर के अलावा देश के कई हिस्सों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं।
सोनू पंजाबन पर दिल्ली के कई थानों के अलावा देश के कई राज्यों में बड़ा ऑर्गनाइज सेक्स रैकेट चलाने का केस दर्ज है। सोनू पर मकोका के तहत भी केस दर्ज किया गया है। वहीं कुछ समय पहले सोनू पंजाबन के किरदार को लेकर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनी। फिल्म फुकरे में भोली पंजबान का किरदार दरअसल असल जिंदगी की सोनू पंजबान का किरदार है।