पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हुगली जिले की रहने वाली एक कुख्यात आतंकवादी को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गिरफ्तार किया गया है। खास बात यह है कि उसका मूल नाम आयशा जन्नत मोहना है, लेकिन उसने कथित तौर पर अपना धर्म बदल दिया था और अपना नाम प्रज्ञा दास रख ली थी। इसके बाद बांग्लादेश तथा भारत में आतंकवाद फैलाने वाले जैश ए मोहम्मद की शाखा को नेतृत्व प्रदान कर रही थी।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 25 साल की आयशा 2009 में आतंकवादी संगठनों के संपर्क में आई थी। उसके बाद वह हुगली से बांग्लादेश चली गई थी। वहां हिंदू आतंकवाद के सिद्धांत को स्थापित करने के लिए उसने अपना धर्म बदला था और अपना नाम प्रज्ञा रख ली थी। मूल रूप से जैश ए मोहम्मद से जुड़े होने के बावजूद उसने बांग्लादेश के कुख्यात आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के आतंकियों से बेहतर संबंध स्थापित किए थे।
आसमा खातून नाम के एक और आतंकवादी को गिरफ्तार करने के बाद जब पूछताछ शुरू हुई तब प्रज्ञा के बारे में जानकारी मिली। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा था कि वह हिंदू है लेकिन जब पुलिस ने गिरफ्तार कर जांच शुरू की तो पता चला कि उसने हिंदू आतंकवाद की थ्योरी स्थापित करने के लिए धर्म और नाम दोनों बदल लिया था। उसका मूल काम, बांग्लादेश और भारत में आतंकी गतिविधियों के बीच संबंध स्थापित करना था। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को फंसाने में भी उसकी भूमिका बड़ी थी। बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियों ने एनआईए को इस बारे में जानकारी दी है। खबर है कि दिल्ली से एनआईए की एक टीम बांग्लादेश रवाना हो सकती है।
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