उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर याद किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, भारत मां के दो वीर सपूत लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बाल गंगाधर तिलक के कथन को दोहराते हुए कहा, “धर्म और व्यावहारिक जीवन अलग नहीं हैं। सन्यास लेना जीवन का परित्याग करना नहीं है। असली भावना सिर्फ अपने लिए काम करने की बजाय, देश को अपना परिवार मान कर मिलजुल कर काम करना है। इसके बाद का कदम मानवता की सेवा करना है और अगला कदम ईश्वर की सेवा करना है।” उन्होंने कहा, राष्ट्र के समक्ष ऐसे उदात्त आदर्शों के प्रणेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जन्म जयंती पर आदर्श पुरुष के यश और उनकी पुण्य स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं।
वहीं अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर याद करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि चन्द्रशेखर आज़ाद की जन्म जयंती के अवसर पर विलक्षण युवा नायक की स्मृति को सादर नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि किसी भी आंदोलन की सफलता के लिए आवश्यक है कि वह युवा आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को प्रतिबिंबित करे। चंद्रशेखर आज़ाद जैसे राष्ट्रवादी नायकों ने आज़ादी के आंदोलन को युवाओं की आकांक्षाओं से जोड़ा और युवाओं के लिए आदर्श स्थापित किया।युवा क्रांतिकारी को मेरी श्रद्धांजलि।
उल्लेखनीय है कि बाल गंगाधर तिलक की आज का जन्म 23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र में रत्नागिरी जिले में हुआ था। वहीं चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में हुआ था।