कानपुर के विकरूकांड का मुख्य आरोपित विकास दुबे  मुठभेड़ में मारा गया है। अब पुलिस उसके करीबियों पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी में विकास का सबसे करीबी जयकांत बाजपेयी की अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति की जांच आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय से कराई जाएगी। इस संबंध में गृह विभाग की तरफ से दोनों विभागों को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है। साथ ही जांच रिपोर्ट शासन को मुहैया करवाने को भी कहा गया है। इस समय जेल में बंद जय बाजपेयी पर विकास दुबे की काली कमाई को खपाने और कारतूस  सप्लाई करने का आरोप है।

गृह विभाग के प्रवक्ता ने सोमवार देर रात बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, कानपुर नगर की रिपोर्ट मे थाना चौबेपुर के अभियुक्त जयकान्त वाजपेयी द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति के प्रकरण को प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होना बताते हुए इन एजेंसियों से जांच कराने का अनुरोध शासन से किया गया है।

प्रदेश के गृह विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में मुख्य आयकर आयुक्त, आयकर विभाग, लखनऊ तथा संयुक्त निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय, लखनऊ से अभियुक्त जयकान्त वाजपेयी की सम्पत्ति की विस्तृत जांच कराते हुए कृत कार्यवाही से प्रदेश सरकार को भी अवगत कराये जाने का अनुरोध किया गया है।

जय वाजपेयी ने बना ली अरबों की सम्पति
साथी प्रशांत शुक्ला के साथ माती जेल में बंद जय वाजपेयी और विकास दुबे के बीच बैंक के जरिये करोड़ों रुपये लेनेदेन के साक्ष्य मिले हैं। वह विकास दुबे के दुबे के फंड मैनेजर की तरह काम करके अरबों रुपये की सम्पत्ति बना ली। जय बाजपेई की दुबई, थाईलैंड में 30 करोड़ रुपये की संपत्तियों के बारे में पता चला है। इनके अलावा कानपुर के ब्रह्मनगर में छह मकान, आर्यनगर के एक अपार्टमेंट में आठ फ्लैट और पनकी में एक ड्यूप्लैक्स कोठी है। इनकी अनुमानित कीमत करीब 28 करोड़ रुपये है। 

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