40 साल पहले वर्ष 1981 में हरियाणा के गुरुग्राम में संजय गांधी द्वारा स्थापित कराया गया मारुति उद्योग लिमिटेड पिछले 15 वर्षों से किसी न किसी रूप में सुर्खियों में है। लाखों लोगों का यहां से रोजगार जुड़ा है। इस उद्योग के यहां से पलायन को लेकर पहले भी अफवाहें उड़ती रही हैं। अब एक फिर से कांग्रेस नेता ने मारुति के पलायन पर बयान देकर हलचल पैदा कर दी है। इस पर सरकार सफाई देती फिर रही है। वर्ष 2012 में वह काला दिन कोई नहीं भुला सकता, जब मारुति सुजूकी कंपनी में हिंसा व आगजनी से कंपनी का एक हिस्सा खाक हो गया था।
गुरुग्राम शहर में पुराने दिल्ली रोड पर मारुति का पहला संयंत्र वर्ष 1984 में लगा था। पुराने दिल्ली रोड से शुरू होकर यह संयंत्र गुरुग्राम-जयपुर हाइवे तक फैला है।
यहां पर बनी भारत की पहली मारुति 800 कार को दिल्ली के ग्रीन पार्क निवासी हरपाल सिंह ने खरीदा था। गुरुग्राम समेत देश की इकॉनोमी को ग्रोथ करने में चारपहिया निर्माता मारुति उद्योग का बहुत बड़ा योगदान है। समय के साथ कंपनी ने कारों के अनेक मॉडल बाजार में उतारे। मारुति का भारतीय कार बाजार पर कब्जा आज भी कायम है।
वर्ष 2012 में कांग्रेस की सरकार के समय में मानेसर स्थित मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड कंपनी में 18 जुलाई 2012 को कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान बड़ी आगजनी और हिंसा हुई थी। मारुति के प्लांट का काफी हिस्सा जलकर खाक हो गया था। इस दौरान हुई आगजनी में कंपनी के महाप्रबंधक अवनीश देव की जिंदा जलने से मौत हो गई थी और मैनेजमेंट के 98 लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद 525 लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया था। गुरुग्राम की अदालत में वर्षों तक केस चलने के बाद 10 मार्च 2017 में 31 आरोपियों को दोषी करार दिया गया था। इनमें 13 दोषी कर्मचारियों को उम्र कैद दी थी। वहीं 4 कर्मचारियों को 5 साल व 14 दोषी कर्मचारियों को तीन साल की सजा सुनाई गई थी। अदालत ने 117 आरोपियों को बरी भी किया था। इस मामले में कुल 148 कर्मचारी आरोपी बनाए गए थे, जिनमें से 90 कर्मचारियों का नाम एफआईआर में ही नहीं था।
इस घटना के बाद अक्सर इस तरह की बातें होती रही कि अब मारुति यहां से पलायन करके गुजरात जाएगी। अगर ऐसा होता तो ऑटोमोबाइल उद्योग का बड़ा हब बन चुका गुरुग्राम एक तरह से बर्बादी के कगार पर पहुंच जाता। क्योंकि मारुति से जुड़ी यहां हजारों कंपनियां काम कर रही हैं। मारुति के इन कंपनियों में कलपुर्जे बनाए जाते हैं। तत्कालीन हुड्डा सरकार ने भी बार-बार आश्वस्त कराया कि मारुति कहीं नहीं जा रही।
अब कांग्रेस के एक बड़े नेता की ओर से मारुति के पलायन की बात कहकर नई बहस को जन्म दे दिया गया है। इस पर सरकार निरंतर सफाई दे रही है। गुरुग्राम में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मीडिया के समक्ष कहा कि मारुति प्लांट हरियाणा से कहीं नहीं जा रहा। यहीं पर रहेगा। कांग्रेस नेता के अब मारुति डिजायर का प्लांट गुजरात के अहमदाबाद जाने के बयान में कोई सच्चाई नहीं है। कांग्रेस के समय में एक प्लांट गुजरात ले गई थी। इस पर कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। कांग्रेस अब हमारे सिर पर यह ठीकरा फोडऩे का प्रयास कर रही है।