झारखंड के धनबाद जिले के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद (52) के संदिग्ध मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिस ऑटो से न्यायाधीश आनंद को टक्कर मारा गया था वह गिरिडीह से बरामद हुआ है लेकिन ऑटो चालक अभी भी फरार है। इसकी गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस की अलग-अलग टीम विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है।

बुधवार सुबह मार्निंग वाक पर निकले न्यायाधीश को ऑटो से टक्कर मार दिया गया था। घर से ही कुछ दूरी पर वह खून से लथपथ मिले थे। बाद में उनकी मौत हो गई थी। पुलिस की जांच आगे बढ़ने के साथ ही यह धीरे-धीरे स्पष्ट हो रहा है कि उत्तम आनंद की मौत महज एक हादसा नहीं बल्कि हत्या की सुनियोजित साजिश थी। सीसीटीवी फुटेज से जाहिर हो रहा है कि जिस ऑटो का प्रयोग हुआ वह पाथरडीह की सुगनी देवी की है। सुगनी के अनुसार उसका ऑटो चोरी हो गया। बुधवार सुबह घटना को अंजाम दिया गया।

इधर, न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजन मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को उनके हज़ारीबाग शिवपुरी स्थिति आवास पर संवेदना जताने वालों लोगों का तांता लगा हुआ है।

बताया जा रहा है कि जज धनबाद के बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड में सुनवाई कर रहे थे। न्यायाधीश उत्तम आनंद ने तीन दिन पहले उत्तर प्रदेश के शूटर अमन सिंह के एक शागिर्द की ज़मानत याचिका ख़ारिज की थी। मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने धनबाद के एसएसपी को तलब भी किया है। राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित की है।

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