सरकार गिराने की साजिश में शामिल थे महाराष्ट्र भाजपा के दो विधायक
गिरफ्तार अभिषेक दुबे ने पुलिस को दिया है बयान
11 विधायकों से हो रही थी डील
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। विधायक खरीद-फरोख्त मामले में कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज करने के बाद पुलिस रेस हो गयी है और उन सभी लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जो गठबंधन सरकार को अस्थिर करने में लगे हैं। होटल ली लैक के कमरा नंबर 307, 310, 407 और 611 में महाराष्ट्र निवासी मोहित भारतीय, अनिल कुमार, आशुतोष ठक्कर और जयकुमार शंकर राव जीव बेलखेड़े ठहरे थे। इनमें से कई के मोबाइल पुलिस को कमरे से मिले हैं। उसके जरिये पुलिस साजिश करनेवालों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। हालांकि इस मामले में विधायक अनूप सिंह के बयान पर जो एफआइआर दर्ज की गयी है, उसके अनुसंधानक एक दारोगा स्तरीय अधिकारी है, जबकि पीसी एक्ट का आइओ डीएसपी को होना चाहिए। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को इस पूरे खेल के बारे में बताया है। आरोपी अभिषेक दुबे ने पुलिस को बताया कि सत्ता पक्ष के 11 विधायकों के साथ डील हो रही थी और एक करोड़ रुपये एडवांस देने की बात हुई थी। अभिषेक दुबे ने पुलिस को बताया है कि कांग्रेस के विधायक डॉ इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव के साथ अमित सिंह, निवारण महतो और अभिषेक दुबे दिल्ली गये थे। दिल्ली एयरपोर्ट से जय कुमार नाम के एक शख्स ने उन लोगों को रिसीव किया। तीनों विधायक एक इनोवा कार से और बाकी लोग दूसरी गाड़ी से द्वारिका स्थिति होटल के लिए रवाना हो गये। रांची से दिल्ली जाने के लिए विधायक अमित कुमार यादव को टिकट जय कुमार ने भेजा था। जय कुमार महाराष्ट्र भाजपा विधायक का भांजा है। दुबे ने पुलिस को बताया है कि कांग्रेस के दोनों विधायक डॉ इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला के साथ-साथ विधायक अमित कुमार यादव की दिल्ली में महाराष्ट्र के दो विधायकों से मुलाकात हुई। दोनों विधायकों से जय कुमार ने मुलाकात करवायी। महाराष्ट्र के विधायक चंद्रशेखर राव और चरण सिंह से इन विधायकों की मुलाकात हुई थी। जो जानकारी है उसके अनुसार जय कुमार चंद्रशेखर राव का भांजा है। अभिषेक दुबे ने जो बयान दिया है, उसके अनुसार महाराष्टÑ के दोनों विधायक झारखंड के इन तीनों विधायकों को एक बड़े नेता के पास ले गये थे। वहां उस बड़े नेता से पंद्रह मिनट बातचीत हुई थी। फिर ये लोग होटल लौट आये। इसी मुलाकात में कांग्रेस के विधायकों को एक करोड़ रुपये एडवांस देने की डील हो चुकी थी। लेकिन जब कांग्रेस के विधायकों को एडवांस पैसा नहीं मिला, तो वे नाराज भी हो गये।
भाजपा के कई और बड़े नेताओं से हुई थी मुलाकात
अभिषेक दुबे ने पुलिस को बताया है कि महाराष्ट्र के दोनों विधायकों से मुलाकात के साथ-साथ बीजेपी के और बड़े नेताओं से उनके आवास पर मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में क्या कुछ बात हुई थी, यह जानकारी अभिषेक दुबे ने पुलिस को नहीं दी है। पुलिस फिलहाल मामले की तफ्तीश में जुटी है कि आखिर और किन-किन और बीजेपी के नेताओं से दिल्ली में मुलाकात हुई थी।
जय कुमार सहित कुछ लोग पहुंचे थे रांची
अभिषेक दुबे ने पुलिस को बताया है कि महाराष्ट्र भाजपा के विधायक चंद्रशेखर राव का भांजा जय कुमार, मोहित भारतीय, आशुतोष ठाकुर और विधायक अमित कुमार यादव 21 जुलाई को रांची पहुंचे और होटल लीलैक में ठहरे थे। और वहीं से स्थानीय विधायकों से बात करने की कोशिश की गयी है। पुलिस ने जब 22 जुलाई की रात करीब साढ़े 8 बजे होटल ली लैक में छापेमारी की, तो वहां से अभिषेक दुबे गिरफ्तार हुआ। पुलिस ने बताया कि अभिषेक जिस कमरे से गिरफ्तार हुआ, उसी कमरे से 2 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।
एक करोड़ नहीं मिले तो गुस्से में वापस लौटे तीनों विधायक
16 जुलाई को तीनों विधायकों को दिल्ली में एक अन्य बड़े नेता से मिलवाया गया, जहां पर विधायकों को एक करोड़ रुपये देने का बात कही गयी। लेकिन तुरंत दिया नहीं गया। इससे सभी नारज हो गये और दिन के 3.55 बजे की फ्लाइट से वापस रांची लौट गये।
21 जुलाई को जय कुमार बेलखेड़े 2.30 बजे की फ्लाइट से रांची पहुंचे और होटल लीलैक में रूके। जय कुमार लगातार स्थानीय विधायकों से संपर्क करते रहे। होटल में जय कुमार के अलावा आशुतोष ठक्कर और अमित कुमार यादव भी रहे। यहां भी जय कुमार ने अभिषेक दुबे को बुलाया। यहां संतोष कुमार नामक व्यक्ति दो विधायकों से बात कर रहा था। इसके अलावा एक पत्रकार कुंदन सिंह दो विधायकों से बात कर रहे थे।