साउथ फिल्म इंडस्ट्री में सुपरस्टार रजनीकांत (Rajnikanth) एक बहुत बड़ा नाम है। इस सुपरस्टार को उनके फैंस न सिर्फ पसंद करते हैं बल्कि उनकी पूजा करते हैं। सोमवार को सुपरस्टार रजनीकांत के एक फैसले ने उनके फैंस को निराश जरूर कर दिया है। एक्टर ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला लेते हुए अपनी राजनीतिक पार्टी ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ (Rajini Makkal Mandram) को खत्म भी कर दिया है। एक्टर ने यह फैसला पार्टी के उच्च पदाधिकारियों की सहमति के साथ मिलकर लिया है। इस बात की जानकारी देते हुए एक्टर ने कहा है कि उनकी भविष्य में भी राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है। वहीं उनका नया संगठन ‘रजनी फैन क्लब एसोसिएशन’ (Rajni Fan Club Association) अब जनसेवा के काम करेगा।
इस वजह से लिया राजनीति से संन्यास
एक्टर ने यह फैसला अपनी स्वास्थ संबंधी परेशानियों के चलते लिया है। पिछले साल दिसंबर में एक्टर ने अपनी खराब तबियत के चलते राजनीति से दूरियां बनाई थी। रजनीकांत 25 दिसंबर को तबियत खराब होने के चलते हैदराबाद के अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट हुए थे। उनका ब्लड प्रेशर नॉर्मल नहीं था और इसके साथ ही उन्हें थकान भी महसूस हो रही थी इस कारण उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया था। वहां डॉक्टरों ने एक्टर को एक हफ्ते का बेड रेस्ट और अपनी शारीरिक गतिविधियों को कम करने की सलाह दी थी। बता दें कि रजनीकांत ने साल 2016 में किडनी ट्रांसप्लांट करवाया है। इसके बाद उन्होंने एक पत्र जारी कर कहा था कि वह चुनाव में बिना उतरें ही लोगों की सेवा करेंगे। पत्र में रजनीकांत ने लिखा था, ‘मैंने राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है क्योंकि कोरोना महामारी के समय में चुनाव अभियान के दौरान लोगों से मिल पाना मुमकिन नहीं है।’ आगे एक्टर ने लिखा था, ‘कुछ लोग राजनीति में मेरी एंट्री न करने के फैसले की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन मैं कोई जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हूं।’ एक्टर का यह भी कहना था कि वह जानते है कि उनके इस फैसले से बहुत से लोगों को बुरा भी लगेगा।
आपको बता दें कि रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। साल 2017 के 31 दिसंबर में रजनीकांत ने राजनीति में अपनी एंट्री का ऐलान किया और साल 2021 में तमिलनाडु के सभी 234 निर्वाचन क्षेत्रों में विधान सभा चुनाव लड़ने के अपने इरादे की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आने के तीन साल के अंदर अपने चुनावी वादों को पूरा करने में असमर्थ रहती है तो उनकी पार्टी इस्तीफा दे देगी। इससे पहले भी सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति में काफी एक्टिव थे। रजनीकांत ने तहे दिल से डीएमके (DMK) और टीएमसी (TMC) गठबंधन का समर्थन किया था और तमिलनाडु के लोगों और अपने फैंस से इस गठबंधन को वोट देने के लिए कहा था, जिसके बाद साल 1996 में इस गठबंधन की पूरी जीत हुई थी।