केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री बनने के बाद से आधा दर्जन से अधिक बड़े केंद्रीय नेताओं और राष्ट्रपति से कर चुकी हैं मुलाकात
दयानंद राय
केंद्र में शिक्षा राज्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद से अन्नपूर्णा देवी की राजनीतिक सक्रियता बढ़ गयी है। अपनी जिम्मेवारी संभालने के बाद उन्होंने केंद्रीय नेताओं से मुलाकात का सिलसिला तेज कर दिया है। यही नहीं वे शिक्षा राज्यमंत्री के तौर पर बैठकों में भी हिस्सा ले रही हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं। शिक्षा राज्यमंत्री बनाये जाने के बाद 8 जुलाई को उन्होंने पहली मुलाकात भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से की। उनके आवास पर जाकर उनका मार्गदर्शन और आशीर्वाद लिया। 11 जुलाई को उन्होेंने लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन लिया। 13 जुलाई को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र के नेतृत्व में वे राष्टÑपति रामनाथ कोविंद से मिलीं। 14 जुलाई को वे राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश से मिलीं। इस मौके पर उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पहले भी उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है और भविष्य में भी उनका मार्गदर्शन पाथेय बनेगा। 15 जुलाई को वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलीं। इस मुलाकात में उन्होंने उनका आशीष और मार्गदर्शन लिया। इसी दिन उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से भी उनके आवास पर मुलाकात की। 16 जुलाई को वे केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी से मिलीं। 17 जुलाई को वे उप राष्टÑपति वेकैया नायडू से मिलीं।
बैठकों मेें भी ले रही हिस्सा
मुलाकातों के साथ शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी बैठकों में भी हिस्सा ले रही हैं। शुक्रवार को उन्होंने स्कूल शिक्षकों के इनोवेशन एंबेसडर प्रोग्राम के लांचिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसी दिन उन्होंने राष्टÑीय शिक्षा नीति 2020 पर विचार के लिए आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। इस बाबत उन्होंने कहा कि 34 साल बाद देश की शिक्षा नीति बदल रही है। इसमें बच्चों के प्राइमरी स्कूल में एडमिशन से लेकर हायर एजुकेशन लेकर जॉब फोर्स में जुड़ने तक काफी बदलाव किए गये हैं। बड़े और बेहतर बदलाव।