रांची। झारखंड में एक बार फिर विधायकों के खरीद-फरोख्त का मामला प्रकाश में आया है। इस बार राज्य की हेमंत सरकार को अल्पमत में लाने की कोशिश की जा रही थी। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले को लेकर बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने दो दिन पहले रांची के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही इस मामले में स्पेशल ब्रांच और जिला पुलिस लगी हुई थी।

इस बाबत विधायक अनूप सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि मामले को लेकर वह 22 जुलाई को कोतवाली थाने में एक आवेदन दिये थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग शुरू से ही राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को अल्पमत में लेकर गिराना चाहते है।

यही वजह है कि मधुपुर चुनाव के समय भाजपा के नेताओं ने यह बयान दिया था कि मधुपुर चुनाव जीत गए तो झारखंड में बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली थी कि अलग-अलग जगहों के कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में कैम्प किये हुए हैं और हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर लेन-देन की सुचना मिली थी।

उन्होंने कहा कि इसी क्रम में यह भी पता चला कि सत्तारूढ़ दलों के विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए और लेन-देन के लिए बातचीत चल रही है। ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन से तोड़कर सरकार गिराई जा सके। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनसे जो भी जानकारी पुलिस द्वारा मांगी जायेगी वह उपलब्ध कराएंगे।

उल्लेखनीय है कि सरकार के खिलाफ काम करने और उसे गिराने की साजिश रचने के आरोप में रांची पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो शामिल हैं।

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