वाराणसी । लगभग 08 माह बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चंद घंटों के लिए गुरुवार को आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर लोगों को रिझा गये। अपने सभी दौरों की तरह प्रधानमंत्री ने हर-हर महादेव के पारम्परिक उद्घोष और खांटी बनारसी में अपने सम्बोधन की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने बीएचयू के आईआईटी मैदान और रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से वाराणसी सहित पूर्वांचल के लोगों, नौजवानों और किसानों को भी साध लिया।
प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी से मिशन 2022 फतह के लिए सियासी पगदंडी बनाकर विपक्षी दलों के सामने बड़ी लकीर भी खींच दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी-गाज़ीपुर मार्ग पर बना सेतु खुलने से वाराणसी के अलावा प्रयागराज, गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर और बिहार आने-जाने वालों को भी बहुत आसानी होगी। गौदौलिया में मल्टीलेवल टूव्हीलर पार्किंग बनने से कितनी ‘किचकिच’ कम होगी, ये बनारस के लोगों को भली-भांति पता है। लहरतारा से चौका घाट फ्लाईओवर के नीचे भी पार्किंग से लेकर दूसरी जनसुविधाओं का निर्माण बहुत जल्द पूरा हो जाएगा। बनारस की, यूपी की, किसी भी बहन को, किसी भी परिवार को शुद्ध जल के लिए परेशान ना होना पड़े, इसके लिए ’हर घर जल अभियान’ पर भी तेजी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में हुए विकास कार्यों से हुए बदलाव का श्रेय भी जनता को दे दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और प्रगति की इस यात्रा में यूपी के हर एक नागरिक का योगदान है, इसमें जन-जन की भागीदारी है। आपका ये योगदान, आपका ये आशीर्वाद यूपी को विकास की नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएगा। एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी आपकी ये भी है कि आपको कोरोना को फिर से हावी नहीं होने देना है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने बड़े सलीके से केन्द्र और राज्य सरकार के विकास कार्य भी लोगों को बताए।
प्रधानमंत्री ने जनसभा में बताया कि आत्मनिर्भर भारत में हमारी खेती से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और कृषि आधारित उद्योगों की भी बड़ी भूमिका होने वाली है। हाल में ही केंद्र सरकार ने कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के सशक्तिकरण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। देश में आधुनिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1 लाख करोड़ रुपए का बनाए गए विशेष फंड का लाभ अब हमारी कृषि मंडियों को भी मिलेगा। ये देश की कृषि मंडियों के तंत्र को आधुनिक और सुविधा संपन्न बनाने की तरफ एक बड़ा कदम है। सरकारी खरीद से जुड़े सिस्टम को बेहतर बनाना और किसानों को अधिक विकल्प देना, ये सरकार की प्राथमिकता है। इस बार धान और गेहूं की रिकॉर्ड सरकारी खरीद इसी का परिणाम है।
प्रधानमंत्री जनसभा में ही विरोधी दलों के सामने पिछले सात सालों में किये गये विकास कार्यों के बहाने विरोधी दलों के सामने फिर एक बड़ी लकीर खींच दी। उन्होंने साफ कर दिया कि समाज के सभी वर्ग के विकास और उनके जीवन को आसान बनाना ही सत्ता का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने नये कृषि कानूनों को लेकर हमलावर विरोधी दलों और कुछ राज्यों के आन्दोलन रत किसानों को संदेश देते हुए साफ कर दिया कि कृषि से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर पूरे यूपी में निरंतर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही अनेक प्रयासों के कारण हमारा लंगड़ा और दशहरी आम आज यूरोप से लेकर खाड़ी देशों में अपनी मिठास भर रहा है। आज जिस मैंगो एंड वैजिटेबल इंटिग्रेटेड पैक हाउस का शिलान्यास किया गया है, वो इस क्षेत्र को एग्रो एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने में मदद करेगा। इससे विशेष रूप से छोटे किसानों, जो फल-सब्ज़ी उगाते हैं, उनको सबसे अधिक लाभ होगा।