नई दिल्ली। राज्यसभा में गुरुवार को उस समय अप्रत्याशित स्थिति बन गई जब तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव के हाथों से उनका ‘पेगासस’ मामले पर दिया जाने वाला वक्तव्य छीन लिया और उसे फाड़ दिया।
राज्यसभा पेगासस खुफियागिरी मामले पर आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने अपना वक्तव्य रखना चाहा। उस दौरान सांसद सदन के बीचो-बीच आकर प्रदर्शन करने लगे। उपसभापति ने उनके व्यवहार को अनुचित बताते हुए सांसदों को अपनी सीट पर जाने के लिए कहा। इसी बीच जैसे ही वैष्णव ने अपना वक्तव्य पढ़ना शुरू किया, तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथों से वक्तव्य छीन लिया। इसके बाद उसके टुकड़े कर उपसभापति हरिवंश की ओर फेंक दिए। पूरे घटनाक्रम के बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन के स्थगन के बाद तृणमूल और भाजपा सासंदों के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए मार्शल को हस्तक्षेप करना पड़ा। भाजपा सांसद स्वपन दास गुप्ता ने तृणमूल सांसद के व्यवहार को अप्रत्याशित बताया और कहा कि ऐसी गुंडागर्दी सदन में पहले कभी देखने को नहीं मिली है।