लगता है सरकार गिराने की पटकथा बाबूलाल ने ही लिखी है

राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि सत्तारुढ़ दल के विधायकों को 50 करोड़ का ऑफर करनेवाले महामूर्ख हैं और लेनेवाले शातिर हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में मध्य प्रदेश और कर्नाटक की तरह खेल संभव नहीं कि किसी को इस्तीफा दिलवा कर फिर से जितवा लें। अपने राजनीतिक तजुुर्बे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं राज्य के सभी 81 विधायकों को जानता है। और मुझे मालूम है कि कौन विधायक अपने क्षेत्र में कितना लोकप्रिय है। वे सोमवार को झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बोल रहे थे। सुप्रियो ने कहा कि लगता है झारखंड में सरकार गिराने की पटकथा बाबूलाल मरांडी ने ही लिखी है। वरना बिना किसी जांच के वे निर्दोष होने का सर्टिफिकेट कैसे दे सकते हैं। रविवार को बाबूलाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह महाराष्ट्र मॉडल है। इससे साफ है कि भाजपा के लोग ही इस तरह से खेला-बेला कर सकते हैं।

आम लोग कहां जायेंगे
सुप्रियो ने कहा कि राज्य का प्रथम मुख्यमंत्री ही जब पुलिस को अपने गनशॉट पर लेता है और सीधा धमकी देते हुए कहता है कि आप अपने अनुसंधान को बंद कीजिए नहीं तो रिटायरमेंट के बाद हम आप पर मुकदमा चलायेंगे। यदि वे पुलिस को धमकायेंगे। पुलिसिया जांच पर उन्हें धमकी देंगे, उनके उपर बंदूक तानेंगे तो आम लोग कहां जायेंगे। तब तो पुलिस ही दबाव में आ जायेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक सांसद भी पुलिस को धमकाते हैं क्या उन्हें भी संरक्षण मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी महाराष्ट्र मॉडल से प्रेरित लगते हैं। वहां के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की तरह सुबह से ही वे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को तैयार रहते हैं। वास्तव में भाजपा बाबूलाल से किसी भी मसले पर उलजुलूल बयान दिला कर उन्हें बेइज्जत करने में लगी रहती है।

12वां मंत्री बनाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वो 12वां मंत्री बनाये या फिर 11 की फुटबॉल टीम के साथ खेलें। यदि इनमें से कोई इंजर्ड हो जायेगा तो उसका रिप्लेसमेंट हो जायेगा। उन्होंने कहा कि झामुमो का हर विधायक क्षेत्र और पार्टी से जुड़ा है। वे पार्टी के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।

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