काठमांडू। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाल समाजवादी पार्टी (एनएसपी) के अध्यक्ष डॉ. बाबूराम भट्टराई नवगठित समाजवादी मोर्चा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मोर्चा का मकसद सत्ता के इर्द-गिर्द घूमता है। भट्टराई ने आज इस बारे में ट्वीट कर नाराजगी भी जताई है कि उन्हें नजरअंदाज कर मोर्चा का गठन किया गया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और यूएमएल के साथ सौदेबाजी करके सत्ता में बने रहने के लिए प्रचंड की पहल पर इस मोर्चा का गठन किया गया। उल्लेखनीय है कि 19 जून को प्रचंड की सीपीएन (माओवादी सेंटर), उपेन्द्र यादव की जनता समाजवादी पार्टी, माधव नेपाल की सीपीएन यूनिफाइड सोशलिस्ट और विप्लव की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी ने समाजवादी मोर्चा बनाया है। आठ जुलाई से मोर्चा की गतिविधियां तेज हो गई हैं। डॉ. भट्टराई समाजवादी मोर्चा के गठन के प्रचारक थे। हालांकि, उन्होंने मार्च में हिस्सा नहीं लिया।

भट्टराई की पार्टी ने माओवादी सेंटर के साथ मिलकर 2022 का संसदीय चुनाव लड़ा था । उनके पास संसद में केवल एक सीट है। भट्टराई ने गोरखा में प्रचंड के लिए सीट खाली कर दी थी। हाल ही में प्रचंड से उनकी दूरियां बढ़ी हैं।

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