रांची। डीजीपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में 22वीं तटवर्ती सुरक्षा समन्वय समिति (ओएससीसी) की बैठक बुधवार को पुलिस मुख्यालय में हुई। इसमें ओएनजीसी, आईओसीएल और गेल के झारखंड में स्थित विभिन्न प्रतिष्ठानों में समस्या, समाधान एवं आपसी समन्वय से संबंधित बातों पर विस्तृत चर्चा की गई।
उल्लेखनीय है कि यह ओएससीसी की बैठक प्रत्येक छह माह पर आयोजित की जाती रही है लेकिन कोविड के कारण 2019 में आयोजित 21वीं ओएससीसीकी बैठक के बाद यह पहली बैठक है।
बैठक में कार्य करने में आ रही समस्याओं को ओएनजीसी, आईओसीएल और गेल के स्थानीय पदाधिकारियों ने प्रतिष्ठान एवं कार्य करने में आ रही समस्याओं को रखा। इसके ऑपरेशनल एरिया में आ रही समस्याओं को पुलिस एवं स्थानीय ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर हल करने पर जोर दिया गया। ऐसे कार्यों में सीएसआर योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में और भी तीव्र गति से विकास कार्यों को किये जाने पर जोर दिया गया। इस बैठक के दौरान स्थानीय और जिला स्तर पर भी लगातार समन्वय समिति की बैठक करने पर जोर दिया गया।
बैठक में डीजीपी ने लगातार सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का निर्देश बैठक के दौरान दिया। आईओसीएल प्रतिष्ठानों की समस्याओं वाली जगहों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित कर उसके समाधान की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। डिपो, टर्मिनल के आस-पास ढाबा, चाय की दुकानों पर विशेष निगरानी रखने पर बल दिया गया।
डीजीपी ने निर्देश दिया कि आने वाले नये प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण, विधि-व्यवस्था एवं पाइपलाइन से तेल चोरी के अंतरराज्यीय गिरोह से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान संबंधित जिला के एसपी साथ-साथ पुलिस मुख्यालय के नोडल पदाधिकारी से भी किया जाये।
इस मौके पर एडीजी संजय आनन्द राव लाठकर, आईजी अमोल विनुकांत होमकर, प्रभात कुमार, नरेन्द्र कुमार सिंह, मयुर कन्हैयालाल पटेल, अनुप विरथरे और कार्यकारी निदेशक, मुख्य सुरक्षा ओएनजीसी उपस्थित थे।