-केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ने कैथ लैब का किया लोर्कापण
-दून मेडिकल कॉलेज में होंगी हार्ट व कैंसर रोगों की जांच
-आईसीयू कॉम्पलेक्स शुरू होने से मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत

देहरादून। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडवीया ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंड स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए कृतिमान हासिल कर रही है। पिछले 09 सालों में देश हर क्षेत्र में तेजी से विकास की ओर बढ़ा है। गुरुवार को दून मेडिकल कॉलेज में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहली सरकारी कैथलेब के साथ डिजिटल रेडियोग्राफी व मेमोग्राफी का शुभारंभ किया गया।

इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडवीया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार की बदौलत आमजन के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। एक तरफ जहां ऋषिकेश में एम्स में उन्होंने 100 करोड़ की लागत से 150 बेड का मेडिकल केयर यूनिट का शिलान्यास किया है। वहीं दून अस्पताल में कैथ लैब का लोकार्पण किया, जिससे यहां के मरीजों को तुरंत उपचार में लाभ मिलेगा। राज्य में मेडिकल कालेज बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमजन की सुविधा को देखते हुए लगातार विस्तार किया जा रहा है।

इस दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ अन्य क्षेत्रों में भी विकास के नए प्रतिमान स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा में समग्र देश के लोग यहां आते हैं। गंगा के इस प्रदेश के प्रति भी सबकी आस्था है। अमरनाथ यात्रा के लिये जिस तरह की स्वास्थ्य व्यवस्था केन्द्र सरकार की ओर से की जाती है, उसी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं व अन्य व्यवस्थायें चारधाम यात्रा के लिये भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से की गई है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार उत्तरखंड के विकास कार्यों में हरसंभव मदद के लिए तैयार बैठी है।उत्तराखण्ड राज्य के साथ देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दो दशक पहले तक देश की 100 करोड़ जनता के लिये केवल एक एम्स था लेकिन आज उत्तराखण्ड की एक करोड जनता के लिये दिल्ली एम्स की सुविधाओं के समान ऋषिकेश में स्थापित एम्स बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करा रहा है। यदि किसी भी देश को डेवलप कंट्री बनना है तो जरूरी है कि उस देश के नागरिक स्वस्थ हो, नागरिक स्वस्थ होंगे तो समाज स्वस्थ होता है और स्वस्थ समाज ही समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले 8-9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन से देश में हो रहे बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका में जहां 10 करोड़ लोगों को तत्कालीन राष्ट्रपति ओबामा द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा देने का कार्य किया, भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 12 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा दी है। आज अमीर-गरीब को अस्पतालों में समान रूप से स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। पहले लोगों के लिए इलाज के लिए साहूकारों में कर्ज लेकर इलाज कराना पड़ता था, आज उनका इलाज निःशुल्क हो रहा है, आयुष्मान भारत उदाहरण है सरकार के दायित्व का।

देश में 700 मेडिकल कॉलेज स्थापित:
उन्होंने कहा कि देश के लगभग 70 हजार छात्र विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाते रहे हैं। 2014 से पहले देश में मेडिकल की 54 हजार सीटें थीं, पिछले साल में यह संख्या दोगुनी हुई है। देश में 700 मेडिकल कॉलेज स्थापित किये गये हैं, 157 नर्सिंग कॉलेज बनाये गये हैं। एम्स ऋषिकेश से ड्रोन के माध्यम से दवा व सेम्पल जांच की सुविधा हो गई है। टेलीमेडिसन में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवायें उपलब्ध कराई जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है, नए भारत का निर्माण हो रहा है। हेल्थ सेक्टर मजबूत हुआ है। वसुधैव कुटुंबकम की हमारी परम्परा रही है। केवल लाभ नहीं शुभ लाभ की हम कामना करने वाले हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में भी आगे बढ़ेगा।

उत्तरखंड में 50 लाख लोगों के बनाएं गए आयुष्मान कार्ड: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वस्थ शरीर जीवन का मुख्य ध्येय होना चाहिए। यह हमारी संस्कृति मानती है। हमारी सरकार ने राज्य में ’’जन-स्वास्थ्य’’ के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। आज देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई योजनाओं से लाभ सभी को मिला है। आज यह बात हर भारतीय को गौरवान्वित करती है कि हमारे देश में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ चलाई जा रही है। प्रदेश में लगभग 50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। राज्य में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2022-23 में गर्भवती महिलाओं के कुल 92 प्रतिशत संस्थागत प्रसव हुए हैं, जबकि 90 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क दवाइयां, 98 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण सेवायें एवं 89 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ राज्य के 9 जनपदों में 10 एसएनसीयू पूर्णतया क्रियाशील हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए वर्तमान में 2 पोषण पुर्नवास केन्द्रों की हरिद्वार एवं उधमसिंह नगर जनपदों में स्थापना की गयी है। जिसमें आज तक 172 कुपोषित बच्चों का इलाज किया जा चुका है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित 1735 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के लक्ष्य के सापेक्ष राज्य में 1820 सेन्टर क्रियाशील हैं। जिसमें 1382 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती की गयी है। जिनके माध्यम से करीब चौदह लाख रोगियों को परामर्श के साथ ही चिकित्सा उपचार प्रदान किया गया है। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2022 में राज्य हेतु निर्धारित लक्ष्य का 99 प्रतिशत पूर्ण किया गया जबकि वर्ष 2023 के लिए निर्धारित लक्ष्य को माह मई 2023 तक ही 92 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र पंजीकरण अभियान में भारत के प्रथम 10 राज्यों की सूची में उत्तराखण्ड का दूसरा स्थान है।

उत्तराखण्ड स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में देश के 10 राज्यों में शामिल हैं:
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में देश के 10 राज्यों में शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री की ओर से प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 500 करोड़ और एम्स ऋषिकेश के सेटलाइट सेन्टर ऊधमसिंहनगर में स्थापना के लिए भी 500 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में 4 नर्सिंग कालेजों की भी सहमति केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री प्रदान की गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा चारधाम यात्रा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भी कैथलेब की स्थापना की सहमति दी है। इससे यात्रियों के साथ स्थानीय जनता को सुविधा होगी।

बता दें कि इस कैथ लेब से हार्ट के मरीजों को एंजियोग्राफी एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिल सकेगी। हालांकि देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में पीपीपी मोड पर एक कैथ लैब का संचालन किया जा रहा है। पहली बार दून अस्पताल में बनाई गई कैथ लैब राज्य सरकार की ओर से संचालित की जाएगी। दून अस्पताल में देहरादून सहित पर्वतीय जिलों के बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं।

इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल, सांसद नरेश बसंल, विधायक खजान दास, सविता कपूर, बृजभूषण गैरोला, मेयर सुनील उनियाल गामा, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव स्वास्थ्य आर. राजेश कुमार, कुलपति मेडिकल विश्वविद्यालय प्रो.हेमचंद्र, अपर सचिव स्वास्थ्य नमामि बंसल, अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आशुतोष सयाना, निदेशक स्वास्थ्य डा. सुनीता टम्टा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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