रांची। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष किसलय तिवारी ने हेमंत सरकार पर शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में राज्य के युवाओं को ठगने का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को मोर्चा अध्यक्ष किसलय तिवारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सत्तारूढ़ झामुमो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनावी घोषणा पत्र में हर साल पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। ऐसा नहीं होने पर बेरोजगारी भत्ता देने और इसमें फेल रहने पर राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। अभी राज्य में शिक्षकों के 26001 पदों के लिए युवाओं से आवेदन मांगे जा रहे। पर ठोस स्थानीय और नियोजन नीति के अभाव में युवा ठगी के शिकार हो रहे हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड में नौकरी के बदले युवाओं को मुख्यमंत्री से कोरा आश्वासन और लाठियां मिल रही हैं। पौने चार सालों में चार तरह की गाड़ियां मुख्यमंत्री के लिए खरीद ली गयीं पर नौकरी नहीं आयी। मंत्रियों के लिए आवास के लिए पैसे आये पर नौकरी नहीं आय़ी। नौकरी देने का मूल आधार स्थानीय नीति और नियुक्ति नियमावली है। यह सरकार इसे अब तक बना नहीं सकी है। एक नियोजन नीति ऐसी बनाई कि कोर्ट में खारिज हो गयी।
किसलय तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर लोक लुभावन नीति लाती रही है। शिक्षक नियुक्ति के नाम पर सीएम ने धोखा देने का काम फिर शुरू किया है। 26001 युवाओं को शिक्षक की नौकरी के लिए विज्ञापन जारी हुआ है। राज्य में 2016 के बाद से सीटेट की परीक्षा नहीं हुई है। 2016 से 2023 के बीच पौने तीन लाख स्टूडेंट्स ने मेहनत के बूते बीएड और दूसरी परीक्षा पास की। यह सोचा था कि शिक्षक की नौकरी मिलेगी। लेकिन अभी स्थिति ऐसी है कि लाखों युवाओं का भविष्य अंधकारमय दिख रहा है।