आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जब भी मैं बीआइटी मेसरा के परिसर में आता हूं, अलग ही अहसास होता है। मैं आज यहां बतौर मुख्यमंत्री आपके समक्ष उपस्थित हूं। मैं यहां का छात्र भी रहा हूं। आज बीआइटी मेसरा के वाइस चांसलर मुझे चीफ मिनिस्टर साहब कह कर संबोधित कर रहे हैं। यह एक ऐसा अनुभव है, जिसको मैं स्वयं ही समझ सकता हूं। हमने ऐसा वक्त इस परिसर में बिताया है, जब हमारा देश एक बड़े रिफॉर्म्स की और बढ़ रहा था। सभी राज्य वासियों के लिए गौरव की बात है कि वर्ष 1952 में देश का यह तीसरा तकनीकी संस्थान झारखंड प्रदेश में स्थापित हुआ। मुख्यमंत्री शनिवार को बीआइटी मेसरा के 69वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर बीआइटी के वाइस चांसलर डॉ इंद्रनील मन्ना सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआइटी मेसरा देश का तीसरा बड़ा तकनीकी संस्थान है। यह सौभाग्य की बात है कि आज एक छात्र होने के नाते भी मैं यहां पर हूं और यह कह सकता हूं कि आज एक गार्जियन के रूप में भी आप सभी के बीच में मौजूद हूं। दोनों जिम्मेवारी मुझे निभाने का मौका मिला है। मैं आज इस मंच से कहता हूं कि बीआइटी मेसरा से संबंधित जो भी समस्याएं हैं उसका समाधान अवश्य होगा। इसके लिए राज्य सरकार सिंगल विंडो बनायेगी। उन्होंने सरकार द्वारा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा की दिशा में उठाये जा रहे कदम से लोगों को अवगत कराया।

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