भारतीय बाजार के लिए आने वाला हफ्ता काफी अहम रहेगा। महंगाई के आंकड़ो के साथ बड़ी कंपनियों के वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान होगा। इसके साथ-साथ अमेरिका में फेड की कमेंट्री का असर भी देखने को मिलेगा। इस बार शेयर बाजार को लेकर विशेष्कों का ध्यान टीसीएस और विप्रो के नतीजों पर नजर रखना चाहिए।

किस कंपनी का कब आएगा रिजल्ट
विशेष्लकों का मानना है कि पहली तिमाही की एचसीएल टेक, टीसीएस और विप्रो के इनकम रिपोर्ट का भी असर देखने को मिल रहा है। इनका रिजल्ट 12 जुलाई 2023 तक आएगा। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना के अनुसार अमेरिका के व्यापक आर्थिक संकेतकों और कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव पर भी बारीकी से नजर रखनी होगी।

शेयर बाजार के निवेशक जून के लिए थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति डेटा पर भी नज़र रखेंगे जो शुक्रवार को घोषित होने वाला है। फेडरल बैंक, बंधन बैंक और जेएसडब्ल्यू एनर्जी भी इस हफ्ते जून तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगे।

पिछले हफ्ते बाजार कैसा था
पिछले हफ्ते, 30-शेयर बीएसई बेंचमार्क 561.89 अंक या 0.86 प्रतिशत उछल गया। 7 जुलाई को बीएसई सेंसेक्स 65,898.98 के अपने इंट्रा-डे शिखर पर पहुंच गया। बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 301.70 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। ये भारतीय शेयर बाजार के सकारात्मक रुझान को दर्शाता है। रिकॉर्ड तेजी के बाद शुक्रवार को बीएसई बेंचमार्क 505.19 अंक या 0.77 प्रतिशत गिर गया।

भारतीय इक्विटी बाजार ने एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अभी तक सबसे ज्यादा शेयर खरीदा है। कमजोर वैश्विक संकेतों, अमेरिकी बांड पैदावार में बढ़ोतरी के कारण पिछले कारोबारी सत्र में मुनाफावसूली हुई है।

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