काठमांडू। रक्सौल-काठमांडू रेल परियोजना की ड्राफ्ट लोकेशन सर्वेक्षण रिपोर्ट भारत ने नेपाल को सौंप दी है। नेपाल का भौतिक अवसंरचना मंत्रालय अब इसका अध्ययन करेगा। भौतिक अवसंरचना मंत्रालय के संयुक्त सचिव अर्जुनजंग थापा ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को यह जानकारी दी।
संयुक्त सचिव थापा ने बताया कि इसके अध्ययन के लिए गुरुवार तक कमेटी का गठन हो जाएगा। भारत ने इसे अंतिम रूप देने के लिए नेपाल से राय मांगी है। नेपाल अध्ययन के बाद अपने सुझावों के साथ रिपोर्ट भारत के कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सौंपेगा।
अक्टूबर 2021 में इस परियोजना की रिपोर्ट तैयार करने के लिए भारत और नेपाल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। भारत की सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक इस परियोजना की कुल लंबाई 136 किलोमीटर होगी। भारत के रक्सौल से नेपाल के बारा जिले के निजगढ़ से ललितपुर जिले के खोकना तक (40 किलोमीटर) सुरंग और 35 पुल बनेंगे।
अभी रक्सौल से काठमांडू के बीच सड़क मार्ग से दूरी करीब 190 किलोमीटर है। नई रेल लाइन बन जाने से यह दूरी घटकर 136 किलोमीटर रह जाएगी। इससे यात्रा में समय की बचत होगी और किराया भी सड़क मार्ग की तुलना में कम होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 16 हजार 550 करोड़ रुपये है।