-मणिपुर की घटना पर प्रदेश कांग्रेस ने प्रेस कांफें्रस की
रांची। कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि जिसके मन में जरा भी महिलाओं के लिए सम्मान होगा, जो कुछ मणिपुर में हुआ है, उससे वीभत्स कुछ नहीं हो सकता। पूरा देश का सिर झुकाने वाला पूर्वोत्तर जल रहा है। हमारे प्रधानमंत्री 07 देशों का दौरा कर आये, लेकिन मणिपुर के लिए समय नहीं निकाल पाये या उनको ऐसा लगता होगा कि मणिपुर में घट रही घटनाएं इतनी महत्वपूर्ण नहीं हैं। विदेशों में प्रधानमंत्री मोदी भाषण देते हैं पर मणिपुर के लिए दो शब्द नहीं थे उनके पास, जब सर्वोच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया तब विवश होकर मीडिया से मुखातिब हुए। मणिपुर पर कम राजस्थान और छतीसगढ़ पर भाषण देकर इस तरही घटना पर भी राजनीति करने का काम किया। कम से कम अपील ही कर लेते शांति स्थापित होनी चाहिए। मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार एवं अमानवीय घटना को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के निर्देश पर रविवार को राज्य के सभी प्रमंडलों में महिला सांसद, विधायक एवं नेत्री के द्वारा संवाददाता सम्मेलन आहूत किया गया। इसी कड़ी में झारखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, रांची में विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस सेवादल की अध्यक्ष नेली नाथन, सुंदरी तिर्की, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ कुमार राजा मौजूद थे। दीपिका ने कहा कि हमें गर्व है अपने नेता राहुल गांधी पर। तमाम व्यवधान के बीच वो गये और उनको हर समुदाय ने गले से लगाया, उन्हें रोकने की कोशिश सरकार की ओर से हुई किंतु न वो रुके ना वो झुके और ना डरे। प्रश्न यह उठता है कि उनकी गुप्त एजेंसियां क्या कर रही थीं। विपक्ष के विधायकों को डराने के लिए भाजपा में सम्मिलित कराने के लिए जो तत्परता दिखाती है वो तत्परता मणिपुर में कहां चली गयी। जबकि महिला आयोग, मणिपुर की राज्यपाल तक चिंता व्यक्त कर चुकीं लेकिन मणिपुर की हिंसा नहीं रुकी। दुख इस बात का भी है कि मणिपुर में शांति स्थापित करने के बजाय मणिपुर के मुख्यमंत्री यह कहते हैं कि ऐसी घटना सैकड़ों की संख्या में होती है यह बयान नैतिक पतन की पराकाष्ठा है। एक बात यह भी तय है कि सत्ता के अहंकार में कौरवों ने भी द्रौपदी का अपमान किया था और उसका परिणाम आज हम सब जानते हैं कि पूरा कौरव वंश का विनाश हो गया।

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