आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। रांची जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए कारोबारी विष्णु अग्रवाल 31 जुलाई को इडी के सामने पेश होंगे। इडी ने तीसरी बार समन जारी करते हुए उन्हें हाजिर होने को कहा है। उन्हें पिछली बार 26 जुलाई को इडी के हिनू क्षेत्रीय कार्यालय जाना था, लेकिन पूजा-पाठ का हवाला देते हुए उन्होंने मेल कर समय मांगा था। 26 जुलाई को ही इडी ने नोटिस जारी कर दिया था। ईडी की ओर से जारी समन में उन्हें 31 जुलाई को 11 बजे तक इडी के क्षेत्रीय कार्यालय हिनू पहुंचने को कहा गया है।
पिछली बार नहीं हुए थे हाजिर
कारोबारी विष्णु अग्रवाल को इससे पहले 17 जुलाई को इडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इडी से तीन सप्ताह का वक्त मांगा था, पर जांच एजेंसी ने उन्हें ज्यादा वक्त नहीं दिया। उन्हें फिर 26 जुलाई को बुलाया गया। उस दिन भी वह इडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए।
लटक रही गिरफ्तारी की तलवार
इडी सूत्रों की मानें तो लगातार नोटिस के बाद भी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के सामने हाजिर नहीं होने से विष्णु अग्रवाल को परेशानी हो सकती है। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ कई सबूत हैं। यही वजह है कि विष्णु अग्रवाल इडी के सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो 31 जुलाई की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
अफसर खान की गिरफ्तारी के बाद खुली पोल
गौरतलब हो कि जमीन से जुड़े मामले को लेकर खुलासा तब हुआ, जब रांची के अफसर अली को इडी ने गिरफ्तार किया। इससे पहले साल 2022 के चार नवंबर को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के कई ठिकानों पर इडी ने छापेमारी की थी। बाद में तीन बार विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया। जमीन के तमाम मामलों के साथ चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में उनका नाम सामने आया था। जमीन की इस डील में प्रेम प्रकाश की भूमिका भी सामने आयी थी। वहीं पुगडू में 9।30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आयी थी।
कौन हैं कारोबारी विष्णु अग्रवाल
कारोबारी विष्णु अग्रवाल मूल रूप से पुरुलिया के रहने वाले हैं। रांची में कई सालों से रह रहे हैं। रांची के सर्कुलर रोड का चर्चित न्यूक्लियस मॉल इन्हीं का है। न्यूक्लियस मॉल का फेज टू कांके रोड चांदनी चौक में है। वह भी इन्हीं का है। वह रांची में पांच सौ करोड़ रुपये से ज्यादा के जमीन के मालिक हैं। बताया जाता है कि कई मंत्रियों और विधायकों से विष्णु अग्रवाल के अच्छे संबंध हैं। विष्णु अग्रवाल के संपर्क में कई आइएएस-आइपीएस अधिकारी भी हैं।