रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। ट्वीट कर कहा है कि हेमंत है तो हिम्मत है। अरे भाई किसको हिम्मत है। अपराधियों को या चोरों को या राज्य संरक्षण में पल रहे हिम्मत वाले गुंडों को। झारखंड में अपराधियों का खौफ इतना बढ़ गया है कि झारखंड की जनता के पास दो ही उपाय बचते हैं- या तो जान दे देने का या रंगदारी देने का। गठबंधन सरकार में दबंगों का आतंक और साहस इतना बढ़ गया है कि वे सिर्फ अब धमकी भर नहीं देते हैं, बल्कि रंगदारी न देनेवालों को मौत के घाट तक उतार रहे हैं।

सरकार और पुलिस भी है चुप
ट्वीट में आगे लिखा है कि सरकार और उसकी पुलिस चुप है, क्योंकि रंगदारी का बड़ा हिस्सा उनको भी प्राप्त हो रहा है, लेकिन क्या प्रदेश की जनता ने इसलिए गठबंधन सरकार को चुना था, ताकि वो अपराधियों के साथ हाथ मिला कर जनता के साथ ही अपराध, हत्या और रंगदारी को अंजाम दें। प्रदेश के लोगों की जान अब अपराधियों और दबंगों के हाथों में है, सरकार का हाथ अपराधियों के माथे पर है, अब ऐसे में प्रदेश में कोई भी कैसे सुरक्षित रह सकता है। अब वक्त आ गया है अपराधियों को सरंक्षण देने वाली इस सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का, ताकि लोगों का तथा झारखंड का भविष्य सुरक्षित रह सके।

धरातल पर नजर आने लगा है झामुमो का भ्रष्टाचार
दूसरे ट्वीट में बाबूलाल ने लिखा है कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में झामुमो का भ्रष्टाचार और कुशासन धरातल पर नजर आने लगा है। दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में लगातार सात बार से झामुमो के विधायक हैं, पिछले पांच सालों से राज्य में सरकार है। फिर भी सड़क की स्थिति चलने लायक नहीं है। पिछले साल ही उक्त सड़क के निर्माण का प्राक्कलन तैयार किया जा चुका है, लेकिन दुर्भाग्य से अब तक हेमंत सोरेन की सरकार ने सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान नहीं की है। आदिवासियों को बरगला कर, उन्हें झूठे सपने दिखा कर दशकों से दिग्भ्रमित करने वाले झामुमो-कांग्रेस की दाल अब नहीं गलने वाली!

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version