Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»संथाल में आदिवासी आबादी पर संकट, संस्कृति-सभ्यता पर भी खतरा : बाबूलाल मरांडी
    Top Story

    संथाल में आदिवासी आबादी पर संकट, संस्कृति-सभ्यता पर भी खतरा : बाबूलाल मरांडी

    shivam kumarBy shivam kumarJuly 19, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को संथाल परगना में आदिवासियों की घटती आबादी के जांच के संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि संताल परगना में आदिवासी आबादी पर संकट है। राज्य के संस्कृति और सभ्यता पर भी खतरा है। ऐसे में यहां रहने वाले आदिवासियों के लिए भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है, जिसकी पहचान यहां के आदिवासी समाज की पहचान का एक हिस्सा रही है लेकिन हाल के दशकों में इस क्षेत्र में संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बाबूलाल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस विषय को संज्ञान में लेते हुए एसआइटी का गठन कर जांच कराने की अनुशंसा करें, जिससे आदिवासी समाज की घटती आबाद के पीछे का रहस्य उजागर हो सके। बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के अवैध प्रवास के कारण यहां का समाज अपने अस्तित्व और संसाधन बचाने में लगा है।

    घुसपैठिए तेजी से यहां बस रहे हैं और आदिवासी समाज की जल, जंगल व जमीन को खतरा पहुंचा रहे हैं। साथ ही अपने आपराधिक कृत्यों से माताओं, बहनों और बच्चों को प्रताड़ित कर रहे हैं। यहां तक कि बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा आदिवासी समाज की बहनों को लोभ-लालच एवं डरा-धमका कर जबरन शादी कर इनकी जमीन को कब्जा कर रहे हैं। बाबूलाल ने आंकड़ा पेश करते हुए लिखा है कि वर्ष 1951 में संथाल परगना में आदिवासियों की संख्या जहां 44.67 प्रतिशत थी, वहीं आज यह घटकर मात्र 28.11 प्रतिशत ही बची है। ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब संथाल परगना में संथाल ही अल्पसंख्यक हो जायेंगे तथा आदिवासियों के नाम से जाना जाने वाला यह संथाल परगना अपनी पहचान खो देगा। अनुमानित आंकड़ों के आधार पर स्पष्ट रूप से संथाल परगना में यह बात परिलक्षित होती है कि वर्ष 2021 जनगणना में आदिवासी समुदाय और मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या में ज्यादा अंतर नहीं रहने की संभावना है या ये भी कह सकते हैं कि वर्ष 2021 जनगणना में ही आदिवासी समुदाय और मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या लगभग बराबर हो गयी है। इस बात का अंदेशा पूर्व से ही लगाया जा रहा है और वह सच साबित होता दिख रहा है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरांची में हुए लाठी चार्ज पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की कड़ी निंदा
    Next Article रांची-भागलपुर के बीच 21 से चलेगी स्पेशल ट्रेन
    shivam kumar

      Related Posts

      रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

      June 8, 2025

      फ्लाईओवर पर स्टंट करने वाले युवक की हुई पहचान, बाइक बरामद

      June 8, 2025

      झारखंड में 15 के बाद मानसून के पहुंचने की संभावना

      June 8, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस
      • एक साथ कई निशाने साध गया मोदी का ‘कूटनीतिक तीर’
      • चुनाव आयोग की दोबारा अपील, लिखित शिकायत दें या मिलने आएं राहुल गांधी
      • भारतीय वायु सेना ने किडनी और कॉर्निया को एयरलिफ्ट करके दिल्ली पहुंचाया
      • उत्तर ग्रीस में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, माउंट एथोस क्षेत्र में दहशत का माहौल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version