5 महीने बाद कार चलाते हुए हेमंत सोरेन ने दिया संदेश
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत सोरेन ने कार की स्टेयरिंग थामी। उनके साथ उनके बगल में पत्नी कल्पना सोरेन भी बैठी हुई थीं। इस दौरान कल्पना सोरेन उनकी बगल में बैठ कर उनकी बातों को रिकॉर्ड कर रही थीं। हेमंत सोरेन ने राज्य के नाम एक संदेश जारी किया है।

उन्होंने कहा है कि राज्य के विकास की स्टेयरिंग अब उनके हाथ में हैं। इस राज्य के प्रति उनकी बहुत सी सोच है। यहां के आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, मूलवासी और जल-जंगल-जमीन को लेकर उनके कई विचार हैं। झारखंड देश में अलग तरह का राज्य है। कहने को तो इसे सोने की चिड़िया कहते हैं, लेकिन तकलीफ से कहना पड़ता है कि राज्य के लोग अभी भी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करते हैं। चाहे किसी की भी सरकार रही हो, उनकी संवेदनशीलता नहीं रही।

आगे हेमंत सोरेन ने कहा कि 2019 में आपने हमें राज्य को दिशा देने का जिम्मा सौंपा, सरकार बनने के बाद कोरोना जैसी महामारी आयी। ऐसी स्थिति में देश की हालत क्या थी, आप सबको मालूम है। सीमित संसाधन, स्वास्थ्य का घोर अभाव के बावजूद हमने बहुत संवेदनशीलता के साथ काम किया। हमारी इस जंग में दो-दो मंत्री शहीद हो गये। कई राजनीतिक अवरोध सरकार के सामने आते रहे। सरकार को गिराना, विधायकों की खरीद-फरोख्त, झूठे मुकदमों में फंसाना इस अजीब सी रानजीति का शिकार मैं भी हुआ और मुझे पांच महीनों तक जेल में रहना पड़ा। आप लोगों के आशीर्वाद और ताकत की बदौतल सरकार को खरोंच भी नहीं आने दी।

आदरणीय चंपाई सोरेन जी को अपनी जगह सौंप कर मैं होटवार जेल में चला गया। पांच महीन के बाद न्यायलय के आदेश के बाद मैं बाहर आ पाया। आज मैं फिर से इस राज्य की दिशा को देने के लिए, 2019 के संकल्प को पूरा करने के लिए आपके सामने आया हूं। साथियों, पांच साल कई चुनौतियों के साथ हमने पार किया। कई जंग हमने जीते हैं चाहे वो कोरोना या फिर राजनीतिक साजिश हो। हम आपके दरवाजे तक संकल्पों को पूरा करने के लिए पहुंचे हैं।

केंद्र सरकार की वजह से बेरोजगारी
कई चुनौतियां हमारे सामने हैं। रोजगार, किसान, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत सभी क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता है। वर्तमान केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से रोजगार घट रहे हैं। छोटे-मझोले उद्योग बंद होते जा रहे हैं। दूसरे देश में छोटे-मझोले उद्योग जा रहे हैं। हमारे राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत काम करना होता है। आपको इस बात का एहसास होगा कि इस सरकार की सोच और उद्देश्य क्या है।

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