खूंटी। भाजपा के जिला कार्यालय में शनिवार को संगठन के प्रणेता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जब देश आजाद हुआ, तो अंतरिम सरकार में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में शामिल हुए। नेहरू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली के बीच हुए समझौते के पश्चात छह अप्रैल 1950 को उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। उस समय देश में पूंजीवाद और सामंतवाद दो ही विचारधारा चलती थी।
डॉ मुखर्जी को लगा देश में राष्ट्रवाद का भी विचार चलना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक माधव सदाशिवराव गोलवलकर से परामर्श लेकर डॉ मुखर्जी ने 21 अक्टूबर 1951 को राष्ट्रीय जनसंघ की स्थापना की। डॉ मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। संसद में अपने भाषण में उन्होंनें धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की।
डॉ मुखर्जी अपने संकल्प को पूरा करने के लिये 1953 में बिना परमिट लिये जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। जेल में उनकी मृत्यु ने देश को हिलाकर रख दिया और परमिट सिस्टम समाप्त हो गया। उन्होंने कश्मीर को लेकर एक नारा दिया था, “नहीं चलेगा एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान” अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाने का संकल्प को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरा किया।
विशिष्ट अतिथि प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जटा शंकर पाण्डेय ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म सम्पन्न परिवार में हुआ था। हिन्दू महासभा के बैनर तले उन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री संजय साहू ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष मदन मोहन गोप ने किया।
कार्यक्रम के बाद अतिथियों ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष कैलाश राम, जिला महामंत्री संजय साहू, जिला कोषाध्यक्ष प्रियांक भगत, जिला मीडिया सह प्रभारी महावीर राम, कर्रा मण्डल अध्यक्ष कलिन्दर राम, युवा मोर्चा अध्यक्ष रोहित साहू, कार्यालय मंत्री राजेश महतो, रूकमिला सारू, विनोद जयसवाल, राजू साहू, राजेश नाग, शशांक राज, सनिका मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे।