रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वास्थ्य मामलों की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए स्वास्थ्य विभाग को कहा कि जीरो टालरेंस पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैय्या करायें। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों में किसी भी प्रकार की दवा की कमी ना हो। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 11 करोड़ 94 लाख 54 हजार रुपये का आवंटन अस्पतालों को भेजा गया है, ताकि कोई मरीज दवा के लिए न भटके। मुख्यमंत्री गुमला में अस्पताल में दवा नहीं रहने और मरीज द्वारा दवा खरीदने के लिए भटकने की घटना से आहत थे। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि इन पैसों से अस्पताल दवा खरीद कर रखे।
शव भेजने की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन करे : मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में अस्पताल में होने वाली मृत्यु पर शव को भेजने का प्रबंध अस्पताल प्रबंधन करे। सभी जिलों के सिविल सर्जन इसके लिए जवाबदेह होंगे। पूरी कड़ाई से अपने अधीनस्थ अस्पतालों में इसे वे लागू करायें। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि दो माह के अंदर सभी जिलों के लिए नये शव वाहन खरीदे जायें तथा इसे स्वयं आगे बढ़कर सेवा की भावना से संचालित कराने वाले समाज सेवकों के माध्यम से संचालित कराया जाये।
रिनपास के पास बने कैंसर अस्पताल : मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची में टाटा कैंसर हॉस्पिटल को रिनपास के पास भूमि आवंटित की जाये। इससे संबंधित सभी कार्य निश्चित समय सीमा में पूरा करें।
उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल प्रोफेशनल तरीके से चलाये जाये। बिजली, पानी कोई समस्या हो तो संबंधित विभाग को खबर करने से पहले तुरंत अपनी व्यवस्था अपने स्तर से ठीक करें और भुगतान करें। साफ-सफाई का अस्पताल प्रबंधक ध्यान रखें। गंदगी पायी गयी, तो कार्य ना होने की सफाई नहीं, सीधे अस्पताल प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई होगी। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुधीर त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, एनआरएचएम निदेशक कृपानंद झा, निदेश प्रमुख डॉ सुमंत मिश्र, रिम्स डायरेक्टर डॉ बीएल शेरवाल, डॉ आरके श्रीवास्तव उपस्थित थे।