रांची: पुलिस और प्रदर्शनकारियों का रणक्षेत्र बुधवार को बिरसा चौक बना रहा। आंगनबाड़ी सेविका, पारा शिक्षक और कांग्रेसियों का प्रदर्शन था। कांग्रेसी बिरसा चौक पहुंचते ही उत्तेजित हो गये। बिरसा चौक गेट को तोड़कर विधानसभा जाना चाह रहे थे। इसी में भीड़ ने पुलिसकर्मियों को निशाना बना कर पत्थर फेंके। इसमें डीएसपी, थानेदार समेत आधा दर्जन जवानों को चोट लगी।
पुलिस ने पहले पानी की बौछार कर भीड़ को हटाने की कोशिश की। इसके बाद लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के दौरान जवानों ने महिलाओं पर लाठियां चटकायीं।
इस दौरान अफरातफरी का माहौल हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी भी पुलिस पर पत्थर और बोतलें फेंकते रहे। इससे एक पुलिसकर्मी का सिर भी फट गया। थानेदार को हाथ में और हटिया के डीएसपी विकास पांडेय को गर्दन में चोट लगी। घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है। फिर पुलिस ने लाठी उठा ली और दे धुनाई।
दिनभर अफरातफरी का रहा माहौल
बिरसा चौक पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ, पारा टीचर, आंगनबाड़ी सेविकाएं, विद्युतकर्मी और मनरेगा कर्मी समेत अन्य बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे थे। पारा टीचर समेत अन्य प्रदर्शनकारी विधानसभा मार्च करने निकले थे। इन्हें पुलिस ने बिरसा चौक पर रोक लिया। तब तक कांग्रेसी भी आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। बात नहीं मानने पर पुलिस ने इन पर पहले वाटर कैनन का प्रयोग किया। फिर भी लोगों ने पुलिस की नहीं सुनी, तो लाठीचार्ज किया गया।
कांग्रेस का मंच टूटा
घेराव के लिए बिरसा चौक के पास बनाये गये कांग्रेस का मंच टूट गया, जिससे प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक फुरकान अंसारी समेत कई बड़े नेता बाल-बाल बच गये। झारखंड के नये प्रभारी आरपीएन सिंह के कमान संभालने के बाद यह प्रदेश कांग्रेस का पहला कार्यक्रम था। किसानों की आत्महत्या, गिरती विधि-व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस का विधानसभा घेराव का कार्यक्रम था। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पार्टी द्वारा बनाया गया मंच गिर गया।
कार्यकर्ताओं संग विस में पहुंचे इरफान
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी घेराव करने आये समर्थकों के साथ विधानसभा पहुंचे। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गयी। तत्काल कार्यकर्ताओं को हटाया गया। इरफान ने कहा कि आंदोलन विफल करने के लिए राज्य की मशीनरी का दुरुपयोग किया गया।
पुलिस की थी पूरी तैयारी
कांग्रेस की योजना विधानसभा घेरने की थी। इसलिए पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। भारी संख्या में पुलिस बल को बिरसा चौक पर तैनात कर दिया गया था।