इस्लामाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण एशिया क्षेत्र की नई नीति से पाकिस्तान बुरी तरह घबरा गया है। पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की गुरुवार को बैठक हुई। प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ट्रंप की नीति पर जवाबी रणनीति पर विचार किया गया। इससे पहले भी इस मुद्दे पर एनएससी की बैठक हो चुकी है। ‘न्यूज इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में वरिष्ठ नागरिक व सैन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख, रक्षा, गृह, विदेश व वित्त मामलों के मंत्री, खुफिया विभाग के प्रमुख व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इसमें शामिल हुए।   

अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस हफ्ते जारी अपनी नीति में पाकिस्तान की तीखी आलोचना की है और कहा है कि वह ‘अराजकता के एजेंटों’ को पनाह दे रहा है। साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान में हजारों अमेरिकी सैनिकों की तैनाती का रास्ता साफ कर दिया है। इससे पहले बराक ओबामा प्रशासन ने कहा था कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का प्रक्रिया शुरू की जाएगी। लेकिन, ट्रंप ने इस नीति को बदल दिया।

अमेरिकी आलोचना के जवाब में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका से किसी भी भौतिक या वित्तीय सहायता की नहीं बल्कि आतंकवाद के खिलाफ उसके योगदान पर विश्वास, समझ और स्वीकृति की उम्मीद कर रहा है।

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