रांची: भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव सीके मिश्र के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि रिम्स में किस क्षेत्र के और किन बीमारियों के लिए अधिक मरीज आते हैं, इसका भी खाका तैयार करे विभाग। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल हमारी रीढ़ हैं। इसे पूरी तरह मजबूत बनाया जाये। रांची के कांके स्थित सीआइपी को भी देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल संस्थानों में एक बनाने में केंद्र की मदद की अपेक्षा है।
गैर जिम्मेदार अधिकारी छोड़ दें नौकरी
सीएम ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि सिविल सर्जन सहित क्षेत्र के सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को एक टूर डायरी का प्रपत्र दें, जिससे उनके क्षेत्र भ्रमण की निगरानी की जा सके। किसी भी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र पर कोई डाक्टर या एएनएम नहीं पाये जाते हैं तो उनके विरुद्ध सीधी और सख्त कार्रवाई करें। सिविल सर्जन सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों का पहला दायित्व है कि वे अपने अधीनस्थ कार्यालयों पर कड़ा नियंत्रण बनाये रखें। वे अधिकारी जिनमें जिम्मेवारी का अहसास नही है, वे नौकारी छोड़ दें।
पीएचसी चलाने में लें एनजीओ का सहयोग
सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के सुझाव पर यह निर्देश दिया कि राज्य के वैसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जहां भवन है, चिकित्सक एवं अन्य सुविधाओं का अभाव है, ऐसे केंद्रों को ख्यातिप्राप्त स्वयंसेवी संस्थाओं को पारदर्शी प्रक्रिया के तहत चलाया जाये। इसके लिए विज्ञापन निकाले जायें।
बैठक में भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव सीके मिश्र, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग सुधीर ़ित्रपाठी, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, एनएचएम के निदेशक कृपानंद झा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।