नई दिल्ली। 18वें एशियाई खेलों में रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने फाइनल में कजाकिस्तान के एलेक्सांद्र बुबलिक डेनिस येवसेयेव को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से हराते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। खिताबी मुकाबला पूरी तरह एकतरफा रहा। कजाकिस्तानी जोड़ी भारतीय खिलाड़ियों को कभी टक्कर देते नहीं दिखी। बोपन्ना और शरण की जोड़ी ने पहला सेट 6-3 से जीता। यह मुकाबला 25 मिनट तक चला, जबकि दूसरा गेम 27 मिट में खत्म हुआ। जिसमें भारतीय जोड़ी ने 6-4 से जीत दर्ज करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया।
इससे पहले बोपन्ना-शरण ने तीन सेटों तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में जापान के काइतो युसूगी और एस. शिमाबुकूरो की जोड़ी को 2-1 से हराया था। जापान की जोड़ी ने मैच की शानदार शुरुआत की और पहले सेट को 6-4 से अपने नाम किया। बोपन्ना-शरण ने दूसरे सेट में शानदार वापसी करते हुए 6-3 से जीत दर्ज की। तीसरे और निर्णायक सेट में भी दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर हुई और सेट टाई-ब्रेकर में चला गया, जहां भारतीय खिलाड़ियों ने 10-8 से बाजी मारी।
अंकिता रैना ने जीता था ब्रॉन्ज मेडल : भारत की अंकिता रैना ने गुरुवार को महिला एकल टेनिस में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। 5वें दिन का पहला मेडल अंकिता ने ही भारत की झोली में डाला। हालांकि अंकिता का लक्ष्य फाइनल में पहुंचकर गोल्ड मेडल के लिए मुकाबला करने का था, लेकिन चीन की शुआई जैंग के खिलाफ उन्हें 4-6, 6-7 से हारकर ब्रॉन्ज से ही संतोष करना पड़ा।
कब किस जोड़ी ने जीता एशियाड में गोल्ड
– 1994 में गौरव नाटेकर और लिएंडर पेस
– 2002 में लिएंडर पेस और महेश भूपति
– 2006 में लिएंडर पेस और महेश भूपति
– 2010 में सोमदेव देववर्मन और सनम सिंह
2018 एशियाड में टेनिस से यह भारत का पहला पदक है। इसी के साथ एशियाई खेलों में भारत के पदकों की संख्या 16 (4 गोल्ड, 3 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज) हो गई है।