रांची : अलग झारखंड राज्य का गठन करने वाले अपने लोकप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में पूरा प्रदेश शोक में डूब गया है. राजनेता से लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता और आम लोगों तक में शोक की लहर दौड़ गयी है. लोग अपने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनके निधन पर गहरा दुःख एवं शोक प्रकट करते हुए कहा कि वह भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के लोकप्रिय नेताओं में अहम थे. उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का समापन हो गया.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा, ‘आज मैंने अपने पिता तुल्य गुरु को खो दिया है. जीवन में कई ऐसे अवसर आये, जब श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्नेह और मार्गदर्शन प्राप्त करने का सौभाग्य मिला. युगपुरुष, भारतरत्न अटल जी को शत-शत नमन. ’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वाजपेयी जी के देहांत से मन बेहद विचलित है. आज मैंने अपने पिता समान गुरु को खो दिया है. उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. झारखंड के जनक अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से राजनीति में जो शून्यता आयी है, उसे भर पाना असंभव होगा.’ पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 16 अगस्त से 22 अगस्त तक सात दिनों के राजकीय शोक और 17 अगस्त को अवकाश की घोषणा की. इस बीच, मुख्य विपक्षी झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बताया कि वाजपेयी ऐसे नेता थे, जो समावेशी राजनीति करते थे, जिसका मौजूदा भाजपा नेतृत्व में अभाव है.
राज्यपाल ने कहा : भारतीय लोकतंत्र एवं राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी की कमी महसूस की जायेगी. उन्होंने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को चिरशांति प्रदान करें. दूसरी ओर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता समान गुरु को खो दिया है.
झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के मुखिया बाबूलाल मरांडी ने अटल बिहारी वाजपेयी जी को नमन किया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा, ‘अटल जी के निधन से मैं व्यक्तिगत रूप से व्यथित एवं मर्माहत हूं. उनका निधन भारतवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है. अटल जी से मेरा गहरा नाता रहा है. अटल जी मेरे राजनीतिक गुरु व अभिभावक रहे हैं. उन्होंने व उनके विचारों ने मुझे राजनीतिक रूप से गढ़ा. मैं उनका कर्ज आजीवन नहीं उतार सकता हूं. मुझे उनके कुशल नेतृत्व में केंद्र में बतौर मंत्री कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ. साथ ही झारखंड गठन के बाद राज्य का प्रथम मुख्यमंत्री बनाकर अटल जी ने ही मुझ पर भरोसा जताया. अटल जी जैसे महापुरुष मरकर भी अमर ही रहते हैं. इनके विचार व आदर्श सदैव प्रासंगिक रहेंगे. इनके योगदान व विचारों को देश कभी भूल नहीं सकता.’
झारखंड की जनता ने आज अपना अभिभावक खो दिया : लक्ष्मण गिलुवा
झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि देश के करोड़ों भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए इससे दुखद खबर नहीं हो सकती. आज न सिर्फ भारत ने एक सच्चा सपूत खोया है, बल्कि पूरे विश्व ने एक राजनेता खोया है. श्री गिलुवा ने कहा कि झारखंड की जनता ने आज अपना अभिभावक खोया है, जिनके अथक प्रयास से झारखंड राज्य का गठन हुआ है.
कोई कार्यकर्ता रूठे नहीं, कोई टूटे नहीं : धर्मपाल सिंह
झारखंड के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि अटल जी का जितना विराट व्यक्तित्व था, उतना ही कोमल उनका हृदय. वे न सिर्फ एक राजनेता थे, बल्कि साहित्य में उनकी गहरी रुचि रही. उनकी कविताएं समाज के असंख्य लोगों को प्रेरित करती है. उनका एक ही मंत्र मैंने समझा : ‘कोई रूठे नहीं, कोई टूटे नहीं.’
प्रदेश भाजपा में शोक की लहर, प्रदेश कार्यालय में झंडा झुका
अटल जी के निधन की खबर आते ही पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौर गयी. उनके गंभीर स्वास्थ्य की खबर के बाद प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों का दिन भर आना-जाना रहा. शाम 5:30 बजे जैसे ही वाजपेयी जी के निधन की खबर की पुष्टि हुई, पार्टी कार्यालय में पार्टी का झंडा झुका दिया गया. इससे पहले, सुबह से ही पार्टी के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये गये थे. भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने यह जानकारी दी.
अटलजी के सुशासन का सानी नहीं : संजय सेठ
झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कहा लोकतंत्र की मजबूती और सुशासन में अटल बिहारी वाजपेयी का कोई सानी नहीं है. 23 दलों की गठबंधन सरकार चलाकर उन्होंने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया.
आजसू पार्टी ने अटल को आदर्श राजनीति का स्तंभ बताया : आजसू पार्टी ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए उन्हें आदर्श राजनीति का स्तंभ करार दिया. पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने कहा कि वाजपेयी जी अपनों को भी उनकी गलती पर फटकार लगाने से नहीं चूकते थे. इसलिए वह जननेता बने. उनकी कमी देश को हमेशा खलेगी.
एचइसी के सीएमडी ने शोक जताया : एचइसी के सीएमडी अविजीत घोष ने भी दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका रांची से काफी गहरा लगाव रहा है. एचइसी परिवार उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है.
फुटबॉल ग्राउंड में दिखा अटल के प्रति सम्मान : धनबाद के बरवाअड्डा के शिमलाटांड़ में आयोजित डे-नाइट फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल मैच को बीच मे रोककर देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल विहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गयी. उनके निधन पर एक मिनट का मौन रखा गया.
फाइनल मैच के मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह की पहल पर अटलजी को श्रद्धांजलि दी गयी. दर्शक दीर्घा में मैदान के चारों ओर हजारों लोग मौजूद थे. सभी ने अपनी जगह पर खड़े होकर एक मिनट का मौन रखा और देश के इस सपूत के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.