कोलकाता। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन और सरस्वती पूजा में बाधा उत्पन्न नहीं करने को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर इस तरह की चीजें दोबार हुईं तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सचिवालय की र्इंट से र्इंट बजा देंगे।
उन्होंने कहा कि बंगाल में अगर भाजपा सरकार बनाएगी तो राज्य में ये उत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाए जाएंगे। शाह ने कोलकाता के मेयो रोड पर एक रैली में कहा, ‘‘वे(तृणमूल कांग्रेस) दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की इजाजत नहीं देते हैं। बंगाल के कई स्कूलों में सरस्वती पूजा बंद कर दी गई है। क्या ऐसा होना चाहिए? बंगाल में भाजपा की सरकार बनाएं, दुर्गा विसर्जन और सरस्वती पूजा पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। कोई भी इसे रोक नहीं सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ममता दीदी, ऐसा दोबारा करने की हिम्मत नहीं करेंगी। अगर आप दोबारा ऐसा करने की कोशिश करेंगी तो भाजपा कार्यकर्ता आपके सचिवालय की र्इंट से र्इंट बजा देंगे, लेकिन दुर्गा पूजा किसी भी हाल में आयोजित होगी।’’ पिछले कुछ वर्षों में बंगाल के कुछ भागों में मुहर्रम और दुर्गापूजा एक साथ होने की वजह से दुर्गा पूजा विसर्जन में देरी हुई है।
बनर्जी और उनकी पार्टी पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण और वोट बैंक राजनीति का आरोप लगाते हुए शाह ने ममता से पूछा कि वह लोगों को बताएं कि राज्य में सरस्वती पूजा रोक कर और रोहिंग्या व बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाकर वह क्या हासिल करने की कोशिश कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की एक सीमा होती है… बंगाल में कोई सरस्वती पूजा नहीं होगी… रोहिंग्या व बांग्लादेशी घुसपैठियों को यहां रहने की इजाजत दी जाएगी। आप बंगाल को क्या बना देना चाहती हैं? ममता को निश्चिय ही इसका जवाब देना चाहिए।’’ भाजपा अध्यक्ष ने तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख पर उनके भाषण को कई टेलीविजन चैनलों से दिखाने से रोकने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं पर पूरा यकीन है। वे तृणमूल की गतिविधियों को बताने के लिए बंगाल के सभी गांवों, सभी गलियों और सभी घरों में जाएंगे।’’ शाह ने कहा कि वह बंगाल के सभी जिलों का दौरा करेंगे और तृणमूल कांग्रेस को यहां से उखाड़ फेंकने के लिए प्रदर्शन शुरू करेंगे।