नाएप्यीडाः भारत के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पड़ोसी देशों में शामिल म्यांमार की सरकार ने इंडो-म्यांमार फ्रेंडशिप ब्रिज को औपचारिक तौर पर खोल दिया है।मणिपुर की सीमा से सटे शहर मोरे में इस सीमा के खुलने के बाद अब म्यांमार जाने वाले किसी भी भारतीय को विशेष परमिट की आवश्यकता नहीं होगी। म्यांमार के तामू में एक भव्य कार्यक्रम के आयोजन के साथ भारत से लगी इस सीमा को खोल दिया गया। दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध के लिहाज से अहम इस सीमा का खोला जाना एक ऐतिहासिक और सकारात्मक शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि 11 मई को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के म्यांमार दौरे के दौरान नेपीता में दोनों देशों के बीच इस सीमा को खोले जाने के संबंध में समझौता हुआ था।इसी के साथ तामू-मोरेह सीमा के अलावा भारत म्यांमार सीमा से लगे रिखावदार (चिन प्रांत) और जोखावतार (मिजोरम) की भी सीमा खोल दी गई है। इस समझौते के तहत सीमा पर एक पास के जरिए दोनों देशों के नागरिक एक दूसरे की सीमा में बिना परमिट 16 किमी तक जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत और म्यांमार ने पहले ही दोनों देशों के बीच रोड संपर्क मे सुधार करने की दिशा में पहल कर चुके हैं। जिसके तहत दो बड़े प्रोजेक्ट और 69 पुलों के नवीकरण का काम 2020 तक पूरा हो जाएगा।
भारत-म्यांमार रिश्तों की शुरुआत, खुल गया फ्रेंडशिप ब्रिज
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