- केरल 94 साल की सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा
- बाढ़-बारिश में 11 दिन में 194 लोग जान गंवा चुके
- करीब 21 हजार करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ
तिरुअनंतपुरम. केरल में रविवार को बाढ़ और बारिश से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट वापस लेकर 10 जिलों में ऑरेंज और दो में यलो अलर्ट जारी किया है। 8 अगस्त से भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ में 194 लोगों की मौत हो चुकी है। सेना और एनडीआरएफ के जवान राहत कार्य में जुटे हुए हैं। इसबीच, बाढ़ पीड़ितों की मदद कर कई लोगों ने मानवता की मिसाल पेश की। इनमें से कुछ नौकरी छोड़कर बचाव कार्य में जुट गए तो कई ने महीनेभर की सैलरी राहत कोष में दान कर दी। एअर इंडिया के पायलटों ने मदद के लिए बिना तनख्वाह के विमान उड़ाने की बात कही।
लोगों ने की थी मदद, वहीं दान कर दी : कोच्चि में रहने वाली ग्रेजुएशन की छात्रा हनान (21) ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में डेढ़ लाख रुपए दिए हैं। हनान उस वक्त चर्चा में आई थीं, जब कॉलेज की यूनिफार्म में वह मछलियां बेच रही थीं। एक मलयालम अखबार ने उनके संघर्ष की कहानी प्रकाशित की। सोशल मीडिया पर हनान की दास्तां वायरल हुई तो काफी लोगों ने उनकी मदद की। हनान का कहना है कि मेरी पढ़ाई के लिए काफी लोगों ने पैसे दिए, लेकिन अब बाढ़ पीड़ितों को इनकी ज्यादा जरूरत है।
निपाह ने ली थी नर्स की जान, पति ने दी पहली सैलरी : सरकारी कर्मचारी सजीश ने भी राहत कार्य के लिए महीनेभर की तनख्वाह दी है। उनकी पत्नी लिनि नर्स थीं। एक मरीज के इलाज के दौरान निपाह वायरस के संक्रमण से लिनि की मौत हो गई थी। इसके बाद राज्य सरकार ने लिनि के बलिदान को देखते हुए सजीश को सरकारी नौकरी दी थी। वहीं, कन्नूर जिले में रहने वाली 60 साल की रोहिणी के पास आय का कोई भी जरिया नहीं है। उन्हें हर महीने 600 रुपए की पेंशन मिलती है। इसके बावजूद रोहिणी ने 1000 रुपए राहत कोष में भेजे। उनका कहना था कि मैं एक महीना किसी भी तरह गुजार सकती हूं, लेकिन इस वक्त मेरी छोटी-सी रकम किसी के बहुत काम आ सकती है।
काम-काज छोड़ बन गए वॉलंटियर : केरल में अनबोदु कोच्चि नाम की संस्था भी राहत कार्य में जुटी है। इन्होंने कदवंथरा रीजनल स्पोर्ट्स सेंटर के हॉल में राहत सामग्री जुटाई है, जिसे संस्था के करीब 300 सदस्य बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचा रहे हैं। संस्था के एक सदस्य गिरीश एस प्रदीप ने बताया कि हमारी संस्था डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर की टीम के साथ मिलकर काम कर रही है। टीम में ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने अपना काम-काज छोड़ दिया और राहत कार्य में जुट गए। उन्होंने बताया कि लोगों की मदद के लिए 16 अगस्त से हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। इस संस्था की स्थापना पूर्व कलेक्टर एमजी राजामणिकम ने की थी। केरल के फिल्मी कलाकार सरायू भी इस संस्था से जुड़े हैं और वॉलंटियर बनकर लोगों की मदद कर रहे हैं।
बिना सैलरी उड़ान भरेंगे पायलट : इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और बिना तनख्वाह लिए केरल की फ्लाइट्स उड़ाने की इच्छा जाहिर की। पायलट्स ने यह मांग तब की है, जबकि वे तनख्वाह नहीं मिलने पर उड़ानें रोकने की धमकी कई दिन से दे रहे थे