• 2 जुलाई को इंटरपोल ने नीरव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया
  • मई में प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

लंदन. पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी यूके में है। रविवार को वहां के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। सीबीआई ने सोमवार को कहा कि उसने नीरव के प्रत्यर्पण के लिए गृह मंत्रालय को अर्जी दी है। यह विदेश मंत्रालय के जरिए यूके की सरकार को भेजी जाएगी। सीबीआई ने यूके के अधिकारियों से नीरव मोदी को हिरासत में लेने की अपील भी की है।
13,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला सामने आने से पहले नीरव इस साल जनवरी में विदेश भाग गया था। तभी से उसे भारत लाने की कोशिश की जा रही है। ब्रिटिश अखबार संडे टाइम्स ने जून में दावा किया था कि नीरव लंदन में अपने ज्वेलरी स्टोर के ऊपर फ्लैट में रह रहा है। इस बीच नीरव के स्विट्जरलैंड, बेल्जियम और अमेरिका में होने की खबरें भी आई थीं।
ग्यारह अगस्त को मुंबई स्थित भगोड़ा आर्थिक अपराध मामलों की कोर्ट ने नीरव के खिलाफ अखबारों में सार्वजनिक समन जारी किया था। उसे 25 सितंबर की सुबह 11 बजे तक पेश होने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर भगोड़ा अपराधी कानून के तहत संपत्ति जब्त की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। नीरव के मुंबई स्थित दो पतों पर भी नोटिस भेजे गए।

कब और कैसे हुआ घोटाला : घोटाले की शुरुआत पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच से 2011 में हुई। फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) के जरिए घोटाला किया गया।साल 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम विदेशी खातों में ट्रांसफर की गई। फ्रॉड का खुलासा फरवरी के पहले हफ्ते में हुआ। पंजाब नेशनल बैंक ने सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले की जानकारी दी। बाद में पीएनबी ने 1,300 करोड़ के नए फ्रॉड के बारे में सीबीआई को बताया।

ब्रिटेन से 17 भगोड़ों के भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी: 20 जुलाई 2016 तक ब्रिटेन से 16 लोगों के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही थी। इनमें ललित मोदी, गुलशन कुमार हत्याकांड में आरोपी और संगीतकार नदीम सैफी, गुजरात में 1993 में हुए धमाकों का आरोपी टाइगर हनीफ भी शामिल हैं। विजय माल्या का मामला मिलाकर कुल 17 मामलों में प्रक्रिया चल रही है। नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई ने अर्जी दे दी है। इनके अलावा सरकार को 24 देशों से करीब 121 भगोड़ों को प्रत्यर्पण कर भारत लाने का इंतजार है। इनमें से 31 भगोड़े करीब 40 हजार करोड़ रुपए लेकर भागे हैं।

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